38.5 फीसदी मतदाताओं ने नहीं डाले वोट
विधानसभा चुनाव से नीचे लुढका वोटिंग का आंकडा, ईवीएम मे बंद हुआ लोकसभा प्रत्याशियों का भाग्य
बांधवभूमि, उमरिया
लोकसभा चुनाव के पहले चरण मे शहडोल संसदीय क्षेत्र मे वोटिंग शुक्रवार को संपन्न हो गई। संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले उमरिया जिले के मानपुर एवं बांधवगढ विधानसभा क्षेत्रों मे मतदान शांतिपूर्ण रहा। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। करीब आधा दर्जन केन्द्रों मे ग्रामीणो ने विभिन्न समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था, परंतु प्रशासन की मानमनौव्वल के बाद वहां पर भी वोटिंग हुई, हलांकि यह काम काफी देर बाद शुरू हो सका। खास बात यह कि विधानसभा की तुलना मे लोकसभा चुनाव को लेकर लोगों मे उत्साह बेहद कम नजर आया। जिसका असर वोटिंग के प्रतिशत पर साफ दिखाई पडा। निर्वाचन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव के तहत जिले मे इस बार 62.5 प्रतिशत मतदान हुआ है। जो कि विगत लोकसभा चुनाव 2019 से करीब ढाई प्रतिशत कम है। पिछले आम चुनाव मे 65.12 फीसदी लोगों ने वोट डाले थे। विधानसभा चुनाव से तुलना की जाय, तो आंकडा लुढकता हुआ दिखाई पडता है। पिछले साल के आखिर मे हुए राज्य एसेम्बली इलेक्षन मे मतदाताओं ने दिल खोल कर वोटिंग की थी। उस समय जिले का औसत मतदान 78.20 प्रतिशत रहा था। विधानसभावार बात करें तो बांधवगढ मे 79.33 और मानपुर मे 77.16 प्रतिशत नागरिकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। वहीं लोकसभा चुनाव मे बांधवगढ मे महज 63 और मानपुर मे 62 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है। वोटिंग के सांथ ही लोकसभा चुनाव लड रहे सभी 10 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मे कैद हो गया है। जनता का फैंसला किसके पक्ष मे है, यह आगामी 4 जून को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चलेगा।
आंकडों ने चौंकाया
देश की सर्वोच्च संसद के लिये कराये गये चुनाव मे हुए उम्मीद से कम मतदान ने राजनैतिक पंडितों को चौंका दिया है। अमूमन यह चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर आधारित होता है, लिहाजा सत्तारूढ दल ने कैम्पेनिंग के दौरान अयोध्या मे राम मंदिर निर्माण, कश्मीर से धारा 370 हटाने, पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राईक के अलावा आने वाले दिनो मे कॉमन सिविल कोड, सीएए, एनआरसी लागू करने तथा मथुरा, काशी जैसे मामलों को जनता तक पहुंचाने मे कोई कसर नहीं छोडी थी। जिससे अनुमान लगाया जा रहा था कि लोकसभा चुनाव मे विधानसभा की तरह ही मतदाता घरों से निकल कर अपना मत देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
प्रशासनिक और राजनैतिक हस्तियों ने किया मतदान
18वीं लोकसभा के लिये चुनाव 19 अप्रेल को सुबह 7 बजे शुरू हुआ। जिले के कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने सेंट्रल स्कूल स्थित बूथ क्रमांक 139 तथा पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता नायडू ने उमावि कालरी स्कूल मे बनाये गये मतदान केन्द्र क्रमांक 117 मे पहुंच कर मतदान कर जनता को प्रेरित किया। जबकि पूर्व मंत्री व मानपुर विधायक सुश्री मीना सिंह ने अपने गृह ग्राम बेलसरा, पूर्व सांसद ज्ञान सिंह ने कोहका, बांधवगढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवनारायण सिंह ने छादाकला तथा नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रश्मि सिंह ने जिला मुख्यालय स्थित हिन्दी-सिंधी स्कूल पहुंच कर वोट डाला। इस अवसर पर अपर कलेक्टर शिवगोविंद सिंह सहित कई अधिकारियों, राजनैतिक हस्तियों ने लाईनो मे लग कर मताधिकार का प्रयोग किया।
यहां रचा गया इतिहास
लोकसभा चुनाव के दौरान जिले के 5 मतदान केन्द्रों मे सौ फीसदी वोटिंग का इतिहास रचा गया है, जो कि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जानकारी के मुताबिक मानपुर विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ क्रमांक 95 गजरहा मे 311 मे 311 तथा पोलिंग बूथ क्रमांक 373 कुनकुनी मे 238 मे से 237 लोगों ने वोट कास्ट किया। यहां एक व्यक्ति की मौत मतदान के कुछ दिन पूर्व मृत्यु हो गई थी। इसके अलावा 312 कुसुमहा कला मे 441 मे से 441, 149 पिपरी टोला मे 298 मे से 298 एवं मतदान केंद्र क्रमांक सेमरी 105 मे 373 मे से 373 मतदाताओं ने मतदान किया। गौरतलब है कि कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धरणेन्द्र कुमार जैन द्वारा शत प्रतिशत मतदान हेतु संचालित स्वीप गतिविधियों के तहत कई नवाचार किए गए थे। जिसका परिणाम है कि पहली बार जिले के 5 मतदान केन्द्रों मे यह कारनामा हो सका है।
इस तरह हुआ मतदान
शहडोल संसदीय क्षेत्र मे हुए मतदान मे युवा और महिला वर्ग के अलावा बुजुर्गो ने भी बढ-चढ कर हिस्सा लिया। सुबह 7 बजे से ही मतदान मे तेजी देखी गई। दोपहर 1 बजे तक जिले मे 27.24 प्रतिशत मतदान हो चुका था। इसके बाद 3 बजे यह बढ कर 46.61 प्रतिशत हुआ। यहीं से वोटिंग की रफ्तार धीमी पड गई। अगले दो घंटों मे अर्थात 5 बजे तक इसमे मात्र 11.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सायं 6 बजे मतदान का समय समाप्त होने के बाद वोटिंग का फायनल आंकडा 62.5 प्रतिशत जारी किया गया।
यहां मशक्कत के बाद शुरू हुई वोटिंग
जिले के मानपुर विधानसभा क्षेत्र के असोढ़, बमेरा, कसेरू, पटेहरा, कुठुलिया एवं अमिलिया मे ग्रामीणो द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार किया गया। जिसके कारण प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। यहां अधिकारियों की समझाईश के बाद करीब साढे तीन बजे वोटिंग शुरू हो सकी। इसी तरह बांधवगढ के महोबादादर मे मतदान 12 बजे प्रारंभ हो सका।
कलेक्टर ने दी बधाई
बांधवभूमि, उमरिया
जिले मे निर्विघ्न, शांतिपूर्ण तथा निष्पक्ष मतदान संपन्न होने पर कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने समस्त मतदाताओं, प्रशासनिक टीम, एनजीओ, समाजसेवी, युवा वर्ग, जन अभियान, नवांकुर, मीडिया एवं सहयोगियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए उन्हे बधाई प्रेषित की है। कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि चुनौती 40 एवं 100 प्रतिशत लक्ष्य के लिये बनाई गई ठोस रणनीति एवं संयुक्त प्रयासों के कारण पांच बूथों मे सौ प्रतिशत मतदान संभव हो सका है। इस उपलब्धि का श्रेय समूची टीम की कुशल रणनीति, कड़ी मेहनत एवं लगनशीलता को जाता है।