हादसों ने लीलीं 5 जिंदगियां
जिले के अमरपुर मे सडक दुर्घटना मे 3 और अमडी मे डूबकर दो किशोरियों की मौत
बांधवभूमि
मध्यप्रदेश
उमरिया
बीता शनिवार जिले के लिये हादसों भरा रहा। इस दिन अलग-अलग थाना क्षेत्रों मे घटित लौमहर्षक दुर्घटनाओं मे 5 लोगों की मौत हो गई। मृतकों मे 3 युवक और दो बच्चियां शामिल हैं। पहली घटना इंदवार थाना की अमरपुर चौकी अंतर्गत हुई। जहां एक वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने से 3 युवकों की मृत्यु हो गई। मारे गये सभी व्यक्ति जिले मे रेत का उत्खनन कर रही कम्पनी मे काम करते थे। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात कम्पनी के 6 कर्मचारी तथा एक ड्राइवर बोलेरो मे बैठ कर ग्राम बडछड से बरही की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान अमरपुर मे खजुरा नाला के पास अचानक बोलेरो का स्टेयरिग फेल हो गया। गाडी की स्पीड अत्याधिक तेज होने के कारण वह चालक के नियंत्रण से बाहर हो गई और बुरी तरह बहकते हुए रोड से करीब 10 फिट नीचे उतर कर एक निर्माणाधानी मकान मे जा घुसी।
उड गये बोलेरो के परखच्चे
बताया गया है कि यह मकान से हुई टक्कर इतनी भीषण थी कि बोलेरो के परखच्चे उड गये और अंदर बैठे सातों लोग उसमे फंस कर रह गये। रात होने के कारण उनकी तत्काल मदद भी नहीं हो पा रही थी, इसी बीच कहीं से सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सभी घायलों को एंबुलेंस के जरिये कटनी जिले के बरही अस्पताल भेजने की व्यवस्था की। जहां डाक्टरों ने परमाल सिंह, मनोज सिंह और लोकेन्द्र सिंह को मृत घोषित कर दिया। वहीं शेष घायलों का उपचार शुरू किया गया। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद तीनो मृतकों के शव परिजनो को सौंप दिये गये। इन सभी को सडक मार्ग से उनके गृहग्राम रवाना किया गया।
देखते ही देखते पानी मे समाई दो मासूम
दूसरा हादसा जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर ग्राम अमडी मे हुआ। जहां दो मासूम बच्चियों की तालाब मे डूब जाने से मौत हो गई। इस संबंध मे प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव के कुछ लोग स्थानीय दुलहरी टोला स्थित तालाब मे मछली मार रहे थे, जिन्हे देख कर रवि और बाबू बैगा की छोटी-छोटी बेटियां भी आ गई और तालाब मे घुस कर हंसते-खेलते हुए नहाने लगी। इसी बीच कब वे गहरे पानी मे समा गई, किसी को पता ही नहीं चल सका। तभी एक युवक की नजर उन पर पडी। जब तक ग्रामीणो को इसकी खबर हुई, दोनो बच्चियां पानी मे समा चुकी थीं। कुछ देर बाद मृत बच्चियों को तालाब से बाहर निकाला गया।
पुलिस को भी नहीं दी गई सूचना
आश्चर्य की बात तो यह है कि इतनी बडी दुर्घटना की सूचना पुलिस को देने की बजाय परिजनो द्वारा चुपचाप दोनो बच्चियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसका क्या कारण रहा, यह समझ से परे है। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा पानी मे डूब कर मृत्यु होने की घटना पर पीडित अथवा मृतकों के आश्रितों को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। इसके लिये घटना की रिपोर्ट तथा पोस्टमार्टम मे मृत्यु का कारण स्पष्ट होना अनिवार्य है। बिना पुलिस कार्यवाही तथा औपचारिकता पूर्ण हुए योजना का लाभ नहीं दिया जा सकता। लोगों का कहना है कि यदि ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव द्वारा समय पर पहल की जाती तो गरीब, आदिवासी परिवार को सहायता से वंचित नहीं होना पडता।