हाथियों ने रौंद दी बीस एकड मे लगी धान की फसल
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष
मध्यप्रदेश
उमरिया
मानपुर। जिले के बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान के आसपास स्थित गावों मे फसल पकते ही जंगली हाथियों का उत्पात एक बार फिर बढने लगा है। उनके द्वारा ग्रामीणो पर हमलों के सांथ ही खेतों मे खडी फसलों को भी बुरी तरह चौपट किया जा रहा है। बीते दिनो हाथियों के समूंह ने ग्राम उरदना मे जम कर कहर बरपाया है। बताया जाता है कि हाथियों का झुण्ड गांव के बाबूलाल यादव, रामानंद उपाध्याय एवं बबलू यादव के खेतों मे आ धमका और देखते ही देखते करीब 20 एकड़ मे लगी धान की फसल को तबाह कर दिया। पीडित किसानो के अनुसार हाथी अपनी मर्जी के मुताबिक आये और पूरी फसल नष्ट करने के बाद ही वापस गये। उल्लेखनीय है कि करीब 5-6 वर्ष पूर्व छत्तीसगढ से भटक कर जिले मे आये जंगली हांथियों का कुनबा अब बढ कर 50-60 के आसपास हो गया है। इनके आतंक और जान-माल की नुकसानी से ग्रामीण अंचलों के लोग खौफजदा हैं। बाघों के अलावा हाथियों के हमलों मे हो रही ग्रामीणो की मौत तथा संपत्तियों की क्षति के चलते क्षेत्र मे अंसतोष बढता ही जा रहा है। लोगों का कहना है कि पार्क प्रबंधन जहां इन घटनाओं को नहीं रोक पा रहा है, वहीं शासन की ओर से उन्हे जान-माल की नुकसानी का उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे मे वे कब तक धैर्य रखें। ताजातरीन घटनाओं ने किसानो तथा ग्रामीणो की बेचैनी बढा दी है। यह बेचैनी कभी भी गुस्से के रूप मे सामने आ सकती है। ऐसे मे जरूरी है कि विभाग के अधिकारी जंगली जानवरों को नियंत्रित करने के सांथ उनके द्वारा की जा रही क्षति का पर्याप्त मुआवजा तत्काल पीडितों को प्रदान करायें।