सावन सोमवार, महाकाल की जयकार

सावन सोमवार, महाकाल की जयकार

घरों और मंदिरों मे हुआ भूतभावन का अभिषेक, महिलाओं ने रखा व्रत

बांधवभूमि न्यूज

मध्यप्रदेश
उमरिया। रूद्र संहिता मे भगवान शिव ने कहा है कि मासों मे श्रावण उन्हे सबसे प्रिय है। पुराण कहते हैं कि यह मास फलदायक होता है जो लोग निष्काम भाव से भगवान नीलकंठ और माता पार्वती का व्रत करते है वे पुनरावृति से रहित दुर्लभ लोक को प्राप्त होते है। कल श्रवण के पहले सोमवार को सावन मास की शुरूआत सोमवार का अतिशुभ योग रहा। प्रथम दर्शन के लिए श्रृद्धालू सूर्योदय के पूर्व ही मंदिर पहुंच चुके थे और जैसे ही अधीर आंखों को शिव के दर्शन हुए शिवालय महाकाल के जयघोष से गुंजायमान हो उठे। भक्तों ने विविध विधानों से भगवान अभयंकर की पूजा अर्चना की, महाआरती हुई, अनुष्ठान किए गए। आज के दिन देवता भी भोलेनाथ की विशेष आराधना करते है, असीम भक्ति, श्रृद्धा और समर्पण से ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों तीनों लोक शिवमय हो गए हो।

मंदिरों मे उमड़े श्रद्धालु
पहले सावन सोमवार पर कल शिवालयों मे श्रृद्धा का सैलाब उमड़ा। लोग ऊषाकाल मे स्नान इत्यादि कर पूजा की थाल सजाए नंगे पांव मंदिरों की ओर चले जा रहे थे। इस मौके पर व्रतधारी महिलाओं मे अपार श्रृद्धा और उत्साह देखने को मिल रहा था। पट खुलने पर भगवान त्रिनेत्र का विधि विधान से जल एवं दुग्धाभिषेक किया गया। शिवलिंगों और पिण्डियों पर चंदन लगाकर विल्व पत्र, पुष्प, श्रीफल एवं नैवेद्य अर्पित किए गए। महाकाल की सामूहिक आरती की गयी और शिव चालीसा का पाठ किया गया। इस मौके पर व्रतधारी महिलाओं ने पति-पुत्रादि के दीर्घायु एवं सुख-शांति की प्रार्थना की। मंदिरों मे पूजा अर्चना का दौर दोपहर तक जारी रहा। दोपहर बाद घरों और मंदिरों मे महिला समितियों द्वारा भजन-कीर्तन का गायन किया गया और शाम के समय मानसपाठ कार्यक्रम आयोजित हुए।

एक झलक की ललक
सावन सोमवार के मौके पर नगर के प्रसिद्ध सागरेश्वर महादेव आश्रम, उमरारेश्वर महादेव मंदिर बहराधाम व मढ़ीबाह स्थित शिव मंदिरों मे कल दिनभर श्रृद्धालुओं की भीड़ बनी रही। सगरा मंदिर परिसर मे इस मौके पर मेला भी लगा और लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। मेकल पर्वत की सुरम्य श्रृंखलाओं के बीच स्थित अमोलेश्वर महादेव आश्रम अमोलखोह और पाण्डवकालीन मढ़ीबाह मंदिर मे कल जिले के विभिन्न अंचलों से भारी तादात मे पहुंचे श्रृद्धालुओं ने भगवान की विशेष पूजा अर्चना की। इसके अलावा पतलेश्वर महादेव मंदिर मे भी दिनभर लोगों की भारी भीड़ बनी रही।

मानपुर मे निकली कावड़ यात्रा
पवित्र श्रावण मास के उपलक्ष्य मे खंड पाॢथवेशवर महादेव विवाह उत्सव समिति मानपुर द्वारा सोमवार को विशाल कांवड यात्रा निकाली गई। श्रीराम लीला मैदान पुरानी बाजार मे स्थित काली मंदिर से शुरू हुई यात्रा भगवान भोलेनाथ के जयकारों के बीच मुख्य बाजार का भ्रमण करते हुए करीब 3 किलोमीटर दूर मां ज्वालामुखी शक्तिपीठ धाम ग्राम रोहनिया चरनगंगा नदी के तट पर पहुंची। जहां से जल लेकर कांवड यात्री पुरानी बाजार परिसर के हनुमान मंदिर पहुंचे। जहां भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया गया। आयोजन मे बडी संख्या मे युवा और प्रबुद्ध जन शामिल हुए। कावड़ यात्रा मे आगे-आगे रथ पर सवार भोलेनाथ और उनके पीछे जयघोष करते श्रद्धालु चल रहे थे। जिनका जगह-जगह फूलमालाओं से भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम मे मां काली मंदिर के पुजारी अशोक त्रिपाठी, अनिरुद्ध गुप्ता, बसंत नामदेव, बबलू यादव, लाल यादव, शिवम नामदेव, शिवम यादव, अतुल नामदेव, भैया लाल गुप्ता एवं अन्य शिव भक्त उपस्थित थे।

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