मां ज्वालाधाम मे द्वितीय दिवस शिव महिमा की अमृत कथा का वर्णन
बांधवभूमि न्यूज, हुकुम सिंह
मध्यप्रदेश
उमरिया
नौरोजाबाद। जिले की प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालाधाम उचेहरा मे चल रही श्रीराम कथा के दूसरे दिवस अयोध्या धाम की कथावाचिका विदुषी कोकिला वाणी देवी चंद्रकला जी ने शिव महिमा का बखान किया। उन्होने बताया संकर प्रिय मम द्रोही, शिव द्रोही मम दास ते नर करहिं कलप भरि, घोर नरक महुं बास। अर्थात श्रीराम कहते हैं कि जिनको शिवजी प्रिय हैं, किंतु जो मुझसे विरोध रखते हैं या जो शिवजी से विरोध रखते हैं और मेरे दास बनना चाहते हैं, वे मनुष्य एक कल्प तक घोर नरक मे पड़े रहते हैं। इसलिए श्री शंकर जी और श्रीराम जी मे कोई भेद नहीं मानना चाहिये। चंद्रिका जी ने कहा कि भारतीय होने का अर्थ है शिव को जानना। उनके जाने बिना इस लोक को जानना असंभव है। उनकी अराधना से ही मोक्ष मिलता है। उचेहरा मे आयोजित इस धार्मिक आयोजन को सुनने बड़ी संख्या मे क्षेत्र के नागरिक पहुंच रहे हैं। विशेषकर कथावाचिका चंद्रकला जी द्वारा भगवत लीलाओं पर किया जा रहा भावपूर्ण प्रवचन लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।