भाजपा ने किया डॉ. श्यामा प्रसाद को नमन
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का निर्वाण दिवस पार्टी द्वारा स्मृति दिवस के रूप मे मनाया गया। इस मौके पर जिले भर मे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। जहां डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजली के उपरांत पौधारोपण भी किया गया। इसी तारत्म्य मे भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप पांडे पाली नगर मंडल द्वारा आयोजित स्मृति दिवस कार्यक्रम मे सम्मिलित हुए। श्री पांडे ने बताया कि भाजपा के 6 राष्ट्रीय कार्यक्रमों मे से एक आज 23 जून को भी है, जिसे संगठन बलिदान दिवस, समर्पण दिवस और स्मृति दिवस के रूप मे मनाता है। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष शकुंतला प्रधान, मंडल अध्यक्ष विमल अग्रवाल, सुदामा विश्वकर्मा, राजेश पटेल, ब्रजेश तिवारी, भरत प्रजापति, कामता विश्वकर्मा, भोला तिवारी, नीरज राय सहित पार्षद तथा पदाधिकारी उपस्थित थे।
उमरिया मण्डल ने दी श्रद्धांजली
जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर पर भाजपा जनो ने स्थानीय जिला चिकित्सालय के समीप स्थित डॉ. मुखर्जी जी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बांधवगढ़ विधायक शिवनारायण सिंह ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद ने सन 1951 मे भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी और देश मे दो निशान, दो विधान व दो संविधान का खुला विरोध किया। उनके द्वारा कश्मीर समस्या को लेकर बड़े संघर्ष की शुरूआत की गई। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कुचक्र कर डॉ. मुखर्जी को जेल भेज दिया, जहां संदिग्ध हालत मे उनकी मृत्यु हो गई। मां भारती की सेवा मे अपना जीवन बलिदान करने वाले डॉ. मुखर्जी देश के सच्चे सपूत थे, उन्होने राष्ट्रहित मे अनेक कार्य किए। जिन्हें भुलाना संभव नहीं है। विधायक श्री सिंह ने कहा कि हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये। नगर भाजपा अध्यक्ष नीरज चंदानी ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद कुशल राजनीतिज्ञ एवं शिक्षाविद थे, उन्होने नेहरू-लियाकत समझौते का विरोध करते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। मुखर्जी ने पंजाब और बंगाल को विखंडित होने से बचाने का काम किया था। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं जिला उपाध्यक्ष धनुषधारी सिंह चंदेल, जिला महामंत्री दीपक छत्तवानी, अंत्योदय समिति के अध्यक्ष संतोष गुप्ता, दिवाकर सिंह चंदेल, देवेन्द्र तिवारी, अतुल जैन, उमा महोबिया, सुशील प्रजापति, हिमांशु दुबे, सुनील खटीक, संजय तिवारी, हरि गुप्ता, महेंद्र गुप्ता, सुनील बर्मन, शिवम असाटी आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।