बहेरहा बाड़े मे पहुंची बाघिन
व्यवहार का अध्ययन करने के बाद होगा जंगल मे छोडऩे पर विचार
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम पिपरिया तथा सेमरिया के पास सक्रिय बाघिन का अंतत मंगलवार को रेस्क्यू कर लिया गया है। बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व द्वारा सुबह बाघिन की तलाश शुरू की गई। कुछ ही देर मे यह पिपरिया-बड़वार के पास मिल गई। जिसके बाद बाघिन को ट्रेंक्यूलाईज कर विशेष वाहन द्वारा मगधी परिक्षेत्र के बहेरहा इन्क्लोजर मे पहुंचा दिया गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन मे बीटीआर के उपसंचालक पीके वर्मा, सहायक संचालक धमोखर व ताला, परिक्षेत्राधिकारी धमोखर, पतौर सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी, चालक, हांथी व महावतों ने हिस्सा लिया। उल्लेखनीय है कि इस बाघिन ने लंबे समय से बड़वार, चिर्रवाह, पिपरिया, सेमरिया आदि गावों के जंगलों मे अपनी टेरीटेरी बना ली थी। यह तेज भागने वाले हिरण, चीतल आदि जानवरों की बजाय आसानी से पकड़ मे आने वाले गाय, भैंस, बैल जैसे पशुओं के शिकार की आदी हो गई थी। इतना ही नहीं यह गावों के बिल्कुल समीप या सडक़ पर पहुंच कर पशुओं का शिकार करने लगी थी। ग्रामीणो की शिकायत पर करीब चार महीने पूर्व इसे कल्लवाह रेंज मेे खदेड़ा गया था, परंतु वह फिर से वापस आ गई।
मजबूरी बन गया था रेस्क्यू
शनिवार को बाघिन द्वारा पिपरिया के पास महुआ बीन रहे एक 14 साल के बालक को मौत के घाट उतार दिया था। इसके दूसरे दिन इसने सेमरिया की एक महिला को बुरी तरह घायल कर दिया। जिसके बाद प्रबंधन इसका रेस्क्यू करने पर मजबूर हो गया। उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि बहेरहा बाड़े मे बाघिन के व्यवहार का अध्ययन किया जायेगा। सामान्य तौर पर चीतल आदि जानवरों का शिकार करते देखे जाने पर उसे पुन: जंगल मे छोडऩे पर विचार किया जायेगा।

