बांधवगढ़ मे 178 तेंदुए
मध्यप्रदेश को लेपर्ड स्टेट बनाने मे भी जिले का महत्वपूर्ण योगदान
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी
मध्यप्रदेश
मानपुर। वन्यजीवों के बेहतर संरक्षण और संवर्धन के कारण मध्यप्रदेश बाघों के बाद तेंदुओं की संख्या के मामले मे देश का सिरमौर बन गया है। हाल ही मे जारी वर्ष 2022 की गणना के आंकड़ों के मुताबिक राज्य मे तेंदुओं की तादाद 3907 दर्ज की गई है, जो 2018 मे 3421 थी। इस उपलब्धि मे भी जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान का महत्वपूर्ण योगदान है। जहां तेंदुए 2018 मे 146 के मुकाबले बढ़ कर 176 हो गये हैं। इस मामले मे प्रदेश अब चौथे स्थान पर है। पन्ना 317 तेंदुओं के सांथ पहली पायदान पर है। वहीं सतपुड़ा मे 256 और कान्हा मे 209 तेंदुए पाये जाते हैं। गौरतलब है कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बांधवगढ़ मे तेंदुओं की लगातार वृद्धि श्रेय पार्क अमले की सक्रियता और तत्परता को जाता है।
पनपथा मे वयस्क बाघ की मौत
जिले के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व मे एक और बाघ की मौत हो गई है। इस संबंध मे जानकारी देते हुए उप वन संचालक पीके वर्मा ने बताया कि गत 29 फरवरी को परिक्षेत्र के बघड़ो बीट स्थित टकन नाले के पास गश्तीदल को नर बाघ मृत अवस्था मे मिला। जिसकी आयु करीब 7 वर्ष थी। घटना की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। सांथ ही डॉग माया के माध्यम से आसपास के इलाके की छानबीन की गई। इस दौरान अन्य बाघ की मौजदूदगी तथा आपसी संघर्ष के साक्ष्य पाये गये। वन मण्डलाधिकारी मोहित सूद, उप वन मण्डलाधिकारी पनपथा, डॉ. नितिन गुप्ता वन्य प्राणी चिकित्सक, डॉ. कृति गोयल सहायक पशु चिकित्सक एवं एनटीसीए के प्रतिनिधि चंद्रमोहन खरे की उपस्थिति मृतक नर बाघ का शवदाह किया गया।