बदरेहल से पकड कर मुकंदपुर भेजा गया बाघ

बदरेहल से पकड कर मुकंदपुर भेजा गया बाघ

उम्रदराज होने के कारण कर रहा था लोगों को परेशान, बांधवगढ की टीम ने किया सफल रेस्क्यू

बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष

मध्यप्रदेश

उमरिया
मानपुर। जिले के बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान के धमोखर बफर परिक्षेत्र और उससे आसपास के ग्रामो मे विचरण कर रहे बाघ को पकड कर मुकंदपुर रीवा भेज दिया गया है। यह बाघ लगातार क्षेत्र के गावों मे घुस कर पालतू पशुओं तथा आने-जाने वाले लोगों पर हमले कर रहा था, जिससे क्षेत्र मे भय व्याप्त था। इसे गुरूवार को पार्क के दल द्वारा उप परिक्षेत्र बरबसपुर की बदरेहल बीट के केरहा नाला ठाकुर बाबा नामक स्थान से रेसक्यू किया गया। बताया गया है कि कल ही बाघ को विशेष वाहन द्वारा मुकुंदपुर नेशनल पार्क रवाना कर दिया गया। जहां वह अपनी बाकी बची उम्र पूरी करेगा। नेशनल पार्क के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि पकडे गये बाघ की आयु करीब 14 वर्ष है, जो किसी भी टाईगर की औसत उम्र के बराबर है। उम्रदराज होने के अलावा आपसी लडाई मे उसके जबडे की एक केनाईन उखड चुकी थी। लिहाजा यह बूढा शेर जंगल के तेज भागने वाले जीवों का शिकार नहीं कर पा रहा था। बीते कई दिनो से पालतू पशुओं को किल कर अपनी भूंख मिटाने की फिराक मे वह गावों मे घुस रहा था, इसी दौरान उसने दो लोगों पर जानलेवा हमले भी किये थे। ग्रामीणों की समस्या और असंतोष को देखते हुए प्रबंधन ने उसे रेस्क्यू करने का निर्णय लिया।

शैतान तेंदुआ भी शिकंजे मे
गत बुधवार की रात मानपुर जनपद के ग्राम बेल्दी मे एक बच्ची को दबोचने वाले तेंदुए को भी पकड लिया गया है। खास बात यह है कि पार्क की टीम द्वारा घटना के तत्काल बाद गांव जा कर रेसक्यू को अंजाम दिया गया। उल्लेखनीय है कि निशा पिता लल्लाराम यादव 5 वर्ष अपने ननिहाल घूमने आई थी। रात करीब 12 बजे तेंदुए ने घर मे घुस कर अपनी नानी मंत्री बाई के सांथ सो रही बच्ची को उठा लिया। इसी दौरान नानी की नींद खुल गई और यह नजारा देख कर वह तेंदुए से भिड गई। इतना ही नहीं आनन-फानन मे महिला ने अपनी नातिन को जानवर के जबडे से खंीच लिया। इस घटना मे बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसके बाद उसे तत्काल पहले कटनी जिले के बरही तथा वहां से वापस जिला अस्पताल उमरिया लाया गया। जहां बच्ची का उपचार किया जा रहा है।

रात मे ही हुआ रेस्क्यू

 

मामले की जानकारी मिलते ही एसडीओ श्री निनामा, पनपथा कोर, बफर और पतौर के रेंजर पूरी टीम के सांथ रात करीब 1 बजे ही बेल्दी पहुंच गये। निशा यादव को छोडने के बाद तेंदुआ गांव के दूसरे घर मे जाकर छिप गया। तेंदुए को खोज निकालने के बाद उसे ट्रेक्यूलाईज कर सुबह करीब 3.30 बजे ताला लाया गया।

मां से बिछड गया है शावक


बेल्दी मे उत्पात मचाने वाले तेेंदुए की उम्र महज 6 मांह से एक साल के बीच बताई गई है। अधिकारियों के अनुसार कुछ दिन पहले गांव के समीप जंगल मे एक मादा तेंदुआ अपने शावकों के सांथ देखी गई थी। संभवत: यह उसी का बच्चा है। उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि फिलहाल तेंदुए को एक पिंजरे मे रखा गया है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह अपने परिवार से बिछड गया है, या मां ने ही उसे छोड दिया है। प्रबंधन तेंदुआ शावक को जंगल मे ले जाकर कुछ समय के लिये रखना चाहता है, ताकि उसे फिर से अपनी मां का सांथ मिल सके। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आगे की रणनीति बनाई जायेगी।

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