पूर्व सीएम से बोले जिले के छात्र, मामा जी…स्कूटी और लैपटॉप दिलाओ
शिवराज सिंह चौहान ने कहा-सीएम से करूंगा चर्चा
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
मेधावी छात्रों को मिलने वाली स्कूटी और लैपटॉप को लेकर रविवार के दिन जिले के छात्र पूर्व मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के भोपाल स्थित बंगले पर पहुंच गये। इस मौके पर उन्होने श्री चौहान को बताया कि उमरिया जिले सहित राज्य के छात्रों को परीक्षा परिणाम घोषित होने के करीब 8 महीने बीत जाने के बाद भी सरकार की उक्त योजना का लाभ प्राप्त नहीं हो सका है। जिले के छात्र जितेन्द्र राय ने बताया कि उन्होने इस मुद्दे पर साथियों सहित भारत सरकार के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। जिस पर उन्होने अपने चिर-परिचित अंदाज मे छात्रों से बात की और स्कूटी व लैपटॉप योजना के संबंध मे सीएम डॉ. मोहन यादव से चर्चा करने का आश्वासन दिया।
क्या थी सरकारी घोषणा
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2009-10 मे मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य एमपी बोर्ड के सभी मेधावी छात्रों को तकनीकी शिक्षा मे सहायता देना है। योजना के तहत 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले सरकारी और निजी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को लैपटॉप खरीदने के लिए 25 हजार रुपए की सहायता दी जाती है। यह राशि छात्रों के बैंक खातों में जमा होती है। इसी तरह 12वीं कक्षा मे स्कूल टॉप आने वाले बच्चों को स्कूटी देने की घोषणा पूर्व मे ही की गई थी।
चुनाव के बाद नहीं मिला लाभ
पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद छात्र जितेन्द्र राय निवासी जरहा ने दूरभाष पर बांधवभूमि को बताया कि उक्त योजना का लाभ वर्ष 2009-10 से लगातार विद्यार्थियों को मिल रहा है। जिसमे 12वीं कक्षा मे अपने स्कूल मे प्रथम आने वाले छात्र तथा छात्रा को स्कूटी एवं 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंकों से उतीर्ण होने वाले बच्चों को लैपटॉप के लिये 25 हजार रूपये का अनुदान दिया जाता है। जितेन्द्र के अनुसार बीते साल जुलाई मे चुनाव से पूर्व जिले के पात्र सभी छात्र-छात्राओं को उक्त योजना का लाभ दिया गया थाा, परंतु अप्रेल 2024 मे सफल छात्रों को लैपटॉप और स्कूटी अभी तक नहीं दी गई है। जिसके लिये उन्होने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट कर कार्यवाही की मांग की है।
लगातार कर रहे मांग
शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि जिले मे अभी तक स्कूटी या लैपटॉप योजना के पात्र छात्रों के संबंध मे कोई भी नया दिशा-निर्देश नहीं आया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक प्रथम प्रयास मे 75 प्रतिशत अंक से परीक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राओं को लैपटॉप योजना से लाभान्वित किया जाना है। जिले मे कुल मिला कर 7 छात्र इस श्रेणी मे शामिल हैं। कुछ महीने पहले लोक शिक्षण संचालनालय को चाही गई जानकारी उपलब्ध करा दी गई थी, उसके बाद कोई नये निर्देश नही आये हैं। वहीं योजना के पात्र छात्र और छात्रायें लगातार सरकार और प्रशासन से घोषणा पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। कुछ महीने पहले छात्रों ने कलेक्टर को इस संबंध मे एक ज्ञापन भी सौंपा था।
केवल लैपटॉप योजना मे चाहिये 225 करोड़
बताया जाता है कि एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट आए करीब 7-8 महीने बीत चुके हैं, लेकिन 75 प्रतिशत से ज्यादा नंबर लाने वाले प्रदेश भर के 90 हजार मेधावी बच्चों को सरकार अब तक लैपटॉप के रुपए नहीं दे सकी है। यह राशि देने पर सरकार को करीब 225 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे।