पूजा-अर्चना के सांथ की दिन की शुरूआत
नव वर्ष पर मंदिरों मे उमड़े श्रद्धालु, हुए हवन-भण्डारे और धार्मिक कार्यक्रम
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
नव वर्ष का स्वागत जिले मे उत्साह और परंपरागत तरीके से किया गया। जैसे ही घड़ी की सुईयों ने रात्रि के 12 बजाये, लोगों ने शोर मचा कर उल्लासपूर्ण वातावरण मे अपनी खुशी का इजहार किया। रात को ही मोबाईल, वाट्सएप और फेसबुक पर बधाईयों का दौर शुरू हो गया। बुधवार की सुबह साल के पहले दिन युवाओं ने पहले घर के बड़े-बुजुर्गो से आशीर्वाद लिया फिर मंदिरों मे जा कर देव दर्शन और पूजा-अर्चना की। शुभकामनाओं का सिलसिला दिन-भर चलता रहा। साल 2025 के प्रथम दिवस जिले के बिरसिंहपुर पाली मे बिराजी मां बिरासिनी के दरबार मे श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस अवसर पर मातेश्वरी को विशेष व्यंजनो का भोग लगाया गया। तत्पश्चात विशाल भंडारा शुरू हुआ। जिसमे हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान पूरे समय तक मंदिर मे धार्मिक गतिविधियां चलती रहीं।
उचेहरा मे मना प्राकट्य दिवस
जिले की प्रसिद्ध शक्तिपीठ उचेहरा मे प्रति वर्ष की भांति 1 जनवरी को मां ज्चाला का प्राकट्य दिवस बड़े ही श्रद्धाभाव के मनाया गया। इस अवसर पर पूरा परिसर श्रद्धालुओं से भर गया। माता महाकाली के स्थापना की वर्षगांठ मनाने कई शहरों और प्रदेशों के लोगों का आना एक दिन पहले से ही शुरू हो गया था। बुधवार को सुबह मां ज्वाला के दर्शन, आरती के बाद परिसर मे हवन-भण्डारे हुए तथा बाहर से आये कलाकारों ने भक्ति गीत व रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दीं।
अमोल आश्रम मे विशेष आयोजन
बुधवार को नये वर्ष के प्रथम दिवस उमरिया एवं डिंडौरी की सीमा पर स्थित पवित्र अमोल खोह आश्रम मे भगवान भोलेनाथ की विशेष आराधना की गई। इस मौके पर विधायक बांधवगढ शिवनारायण सिंह ने पीठाधीश श्री श्री 1000 श्री भगत गिरी (बच्चू महाराज) के दर्शन व उनकी पूजा अर्चना की। मंदिर मे एक दिन पूर्व 31 दिसंबर से ही रामायण अखंड मानस कीर्तन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ हो गये थे। जिनकी पूर्णाहूति के बाद महाप्रसाद के रूप मे विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मे शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, भोपाल, छत्तीसगढ़, होशंगाबाद, मंडला, उज्जैन सहित विभिन्न जिलों से नागरिकों ने आकर शामिल हुए।
पर्यटकों से पटा बांधवगढ़
जिले के बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान मे न्यू इयर अपने ही अंदाज मे मनाया गया। हजारों की संख्या मे सैलानियों ने प्राकृतिक सौंदर्य के बीच 2024 को विदाई दी तथा 2025 का स्वागत किया। इस मौके पार्क के सभी रिसोर्ट पूरी तरह से पैक रहे। जहां पर्यटकों के लिये विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये गये थे। साल के आखिरी दिन पर्यटकों ने जी भर के भ्रमण किया। पार्क के सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 31 दिसंबर को उद्यान के कोर जोन मे 149 तथा बफर मे लगभग 120 पर्यटक वाहनो ने प्रवेश किया। जबकि 1 जनवरी को हाफ डे होने के बावजूद टाईगर रिजर्व के दोनो जोन मे यह तादाद करीब 130 के आसपास रही।