पिज्जा, बर्गर, मोमोज ही नहीं बोतलबंद पानी भी है खतरनाक

स्वाद के चक्कर मे बिगड़ रहा शरीर

पिज्जा, बर्गर, मोमोज ही नहीं बोतलबंद पानी भी है खतरनाक

बांधवभूमि न्यूज 

मध्यप्रदेश

उमरिया  
पश्चिमी सभ्यता का असर देश की परंपराओं के सांथ ही खान-पान पर भी पड़ा है। सदियों तक योग और सादगी को स्वस्थ्य जीवन का आधार मानने वाले समाज की नई पीढ़ी आधुनिक चकाचौंध को स्टेट सिंबल के रूप मे अपनाते हुए तेजी से इसके आगोश मे समाती जा रही है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है, यह एक सतत प्रक्रिया और विकास का सूचक भी है। हर बदलाव अच्छाईयों के सांथ बुराईयां भी लेकर आता है। नये परिवेश मे कुएं के पानी का स्थान बोतल बंद मिनिरल वाटर ने तो नास्ते की पूरी-सब्जी की जगह पिज्जा, बर्गर तथा मोमोज जैसे व्यंजनो ने ले लिया है। नये जमाने की कई चीजों ने मानव शरीर पर गहरा असर डाला है। शुगर, ब्लडप्रेशर के अलावा कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के मरीजों की बढ़ती तादाद के कारणो मे से एक हमारा अव्यवस्थित रहन सहन भी है।

हुए चौकाने वाले खुलासे
स्वास्थ्य के जानकार लंबे समय से पिज्जा, बर्गर और मोमोज जैसे व्यंजनो को हानिकारक बताते रहे हैं। इसी बीच बोतल बंद पानी पर आई एक नई रिपोर्ट ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने तो बोतल बंद पानी को उच्च जोखिम वाले खाद्य पदार्थ की कैटेगरी में डाल दिया है। इसका मतलब है कि अब पानी के निर्माताओं को साल मे कम से कम एक बार इसकी जांच जरूर करानी होगी।  हलांकि वर्तमान व्यवस्था मे कम्पनियों के लिये जांच का कोई भी बेरियर पार करना मुश्किल नहीं है, परंतु इस रिपोर्ट ने बोतल बंद पानी का उपयोग करने वालों के लिये खतरे का सायरन बजा दिया है।

कई बीमारियों का खतरा
इसी तरह मोमोज मे स्वाद बढ़ाने के लिए मोनो सोडियम ग्लूटामेट का इस्तेमाल होता है, जो सफेद क्रिस्टल पाउडर जैसा होता है। इससे मोटापा, नर्व डिस ऑर्डर, पसीना आना, सीने मे दर्द, मितली आना और हार्ट रेट बढऩे जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जबकि मोमोज की लाल चटनी का रंग गहरा करने के लिए इसमें कई केमिकल्स और कलर मिलाये जाते हैं। जो पेट मे दर्द, जलन, एसिडिटी और बवासीर को बढ़ा सकते हैं।

अनहेल्दी भोजन का करें त्याग


खान-पान का संयम बेहतर स्वास्थ्य के लिये जरूरी है। अस्पताल आने वाले सर्वाधिक मरीज पेट की समस्याओं से पीडि़त होते हैं। इसके पीछे अनियमित खान-पान बड़ा कारण है। बोतल बंद पानी तथा बाजार मे बिकने वाले पिज्जा, बर्गर, मोमोज आदि फास्ट और जंक फूड लोगों को तरह-तरह की बीमारियों से ग्रसित कर रहा है। अनहेल्दी खाने से पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। फिर व्यक्ति कब्ज, शुगर, ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन से जूझता रहता है। ऐसी परेशानियों से बचने के लिये इनसे दूर रहे । दिनचर्या मे शारीरिक गतिविधियों के सांथ खाने मे दूध, फल, हरी सब्जियां, पौष्टिक तथा ताजे भोजन को शामिल करें।
डॉ. बीके प्रजापति
वरिष्ठ चिकित्सक
जिला अस्पताल, उमरिया

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