पांच घंटे तक शव पर गुजरती रहीं ट्रेने
शहडोल जिले के बुढार मे शर्मसार हुई मानवता, तमाशबीन बने रहे रेलवे के अधिकारी
बांधवभूमि न्यूज, सोनू खान
मध्यप्रदेश
शहडोल। संभागीय मुख्यालय के बुढ़ार मे मानवता को शर्मसार करने वाला एक वाकया सामने आया है। बताया जाता है कि नगर के रेलवे स्टेशन पर एक व्यक्ति की ट्रेन से कट कर मौत हो गई थी। मामले की सूचना तत्काल जीआरपी तथा स्थानीय पुलिस को दे दी गई, परंतु दोनो विभागों को कोई भी अमला मौके पर नहीं पहुंचा। जिसकी वजह से शव पटरियों पर पड़ा रहा, इस दौरान कई गाडिय़ां उसके ऊपर से गुजरती रहीं। इतना ही नहीं रेलवे के अधिकारी भी चुपचाप यह तमाशा देखते रहे। काफी देर बाद घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे परिजनों ने जब शव की दुर्दशा को देखा तो उन्होने हंगामा शुरू किया। जिसके बाद जाकर पुलिस का जमीर जगा और उसने कार्यवाही शुरू की। बहरहाल पुलिस जब शव का पंचनामा कर उसे अपने कब्जे मे लिया, तब जाकर मामला शांत हुआ। जानकारी के अनुसार कानपुर सेंट्रल से दुर्ग तक जाने वाली बेतवा एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 18204 सुबह करीब 6 बजकर 34 मिनट पर बुढार स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 से जा रही थी, तभी एक यात्री ट्रेन से नीचे गिर गया। इससे पहले कि वहां मौजूद यात्री कुछ कर पाते, वह पटरियों मे जा गिरा और उसके तीन टुकड़े हो गये।
संवेदनहीनता का दिया परिचय
घटना की जानकारी स्टेशन मे मौजूद स्टेशन मास्टर तक भी पहुंच गयी, लेकिन उनके द्वारा कोई पहल करने की बजाय संवेदनहीनता का परिचय देते हुए उसी ट्रैक से भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस को निकाल दिया। इतना ही नहीं घटना के करीब चार घंटे बाद सुबह बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस एवं शहडोल-बिलासपुर पैसेंजर भी उसी लाईन से गुजारा गया। जिससे शव के हिस्से यहां से वहां उछलते रहे। पुलिस, जीआरपी तथा रेल प्रशासन की यह लापरवाही मृतक के परिजनो के अलावा वहां मौजूद यात्रियों और नागरिकों को भी अच्छी नहीं लगी। उन्होने इसके लिये जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
घटना की जानकारी स्टेशन मे मौजूद स्टेशन मास्टर तक भी पहुंच गयी, लेकिन उनके द्वारा कोई पहल करने की बजाय संवेदनहीनता का परिचय देते हुए उसी ट्रैक से भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस को निकाल दिया। इतना ही नहीं घटना के करीब चार घंटे बाद सुबह बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस एवं शहडोल-बिलासपुर पैसेंजर भी उसी लाईन से गुजारा गया। जिससे शव के हिस्से यहां से वहां उछलते रहे। पुलिस, जीआरपी तथा रेल प्रशासन की यह लापरवाही मृतक के परिजनो के अलावा वहां मौजूद यात्रियों और नागरिकों को भी अच्छी नहीं लगी। उन्होने इसके लिये जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
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