नहीं रहे तीन पीढियों के गुरू श्रीषचंद्र भट्ट
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
जिले के प्रख्यात शिक्षक एवं समाज सेवी श्रीषचंद्र भट्ट का गत दिवस आकस्मिक निधन हो गया। 89 वर्ष के श्री भट्ट को अचानक अस्वस्थ हो जाने के बाद पहले जिला चिकित्सालय फिर कटनी के निजी नर्सिग होम मे भर्ती कराया गया था। शुक्रवार की अलसुबह उन्होने अस्पताल मे ही अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार मिलते ही पूरे जिले मे शोक की लहर दौड गई। खबर पाते ही लोग उनके आवास पर पहुंचने लगे। कल ही स्थानीय मुक्तिधाम मे ज्येष्ठ पु़त्र ऋ षि भट्ट ने स्व. भट्ट जी को मुखाग्नि दी। इस मौके बडी संख्या मे गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। गौरतलब है कि श्रीशचंद्र भट्ट की गिनती जिले के श्रेष्ठ शिक्षक, बुद्धिजीवी तथा विख्यात समाजसेवियों मे होती है। वे एकमात्र ऐसे गुरूजन थे, जिन्होने तीन पीढियों को शिक्षा दी। स्व.भट्ट ने अपने जीवनकाल मे कई नामचीन हस्तियों को पढाया। उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है। नागरिकों ने इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए ईश्वर से पुण्यात्मा को अपने श्री चरणो मे स्थान एवं परिजनो को यह कष्ट सहन करने की शक्ति हेतु प्रार्थना की है।
जिले के प्रख्यात शिक्षक एवं समाज सेवी श्रीषचंद्र भट्ट का गत दिवस आकस्मिक निधन हो गया। 89 वर्ष के श्री भट्ट को अचानक अस्वस्थ हो जाने के बाद पहले जिला चिकित्सालय फिर कटनी के निजी नर्सिग होम मे भर्ती कराया गया था। शुक्रवार की अलसुबह उन्होने अस्पताल मे ही अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार मिलते ही पूरे जिले मे शोक की लहर दौड गई। खबर पाते ही लोग उनके आवास पर पहुंचने लगे। कल ही स्थानीय मुक्तिधाम मे ज्येष्ठ पु़त्र ऋ षि भट्ट ने स्व. भट्ट जी को मुखाग्नि दी। इस मौके बडी संख्या मे गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। गौरतलब है कि श्रीशचंद्र भट्ट की गिनती जिले के श्रेष्ठ शिक्षक, बुद्धिजीवी तथा विख्यात समाजसेवियों मे होती है। वे एकमात्र ऐसे गुरूजन थे, जिन्होने तीन पीढियों को शिक्षा दी। स्व.भट्ट ने अपने जीवनकाल मे कई नामचीन हस्तियों को पढाया। उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है। नागरिकों ने इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए ईश्वर से पुण्यात्मा को अपने श्री चरणो मे स्थान एवं परिजनो को यह कष्ट सहन करने की शक्ति हेतु प्रार्थना की है।
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