जनता के लिये मुसीबत बना नगर का विकास
ठेकेदारों की मनमानी पर परदा डाल रहे नगर परिषद के अधिकारी
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष
मध्यप्रदेश
उमरिया
मानपुर। नगर के विकास कार्य जनता के लिये सुविधा की बजाय मुसीबत बन गये हैं। आलम यह है कि आनन-फानन मे शुरू किये गये कई निर्माण महीनो बाद भी पूरे नहीं हो सके हैं। जिसके कारण आवागमन की व्यवस्था चरमरा गई है और स्थानीय लोग कीचड भरी, ऊबड-खाबड़ तथा जर्जर रोड से गुजरने के लिये मजबूर हैं। बताया जाता है कि निकाय क्षेत्रों की सडकों का निर्माण वर्षा ऋतु के पहले पूरा किया जाना था, लेकिन हर जगह काम अधूरा पडा है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार पहले तो मिट्टी डालने के बाद महीनो नदारद रहे। जब हो-हल्ला मचा तो लेवलिंग कर गिट्टी गिराई गई। जो अभी तक जस की तस पडी हुई है। इस संबंध मे पूंछने पर उनके द्वारा कहा जाता है कि अभी रोलर और ग्रेडर दूसरी साइड मे व्यस्त है, उनके आने बाद आगे का काम होगा। मजे की बात यह है कि ठेकेदारों की मनमानी पर ना तो नगर परिषद के अधिकारी और नां ही जनप्रतिनिधि ही कुछ बोल रहे हैं। इसका खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।
क्यों दिखाई जा रही दरियादिली
गौरतलब है कि कार्यादेश से पूर्व संबंधित ठेकेदार और नगर परिषद के अधिकारी एक एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करते हैं, जिसमे समय सीमा के अंदर निर्माण और गुणवत्ता सहित कई बिंदुओं का उल्लेख रहता है। जिनका उल्लंघन करने पर परिषद जुर्माना या अन्य कार्यवाही कर सकती है। इसके बावजूद नगर मे निर्माण कार्य का ठेका लेने वाली एजेन्सियों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। आखिरकार अधिकारियों की ऐसी कौन सी मजबूरी है कि वे इस तरह नियमो की धज्जिया उडाने वाले ठेकेदारों पर इतनी दरियादिली दिखा रहे हैं।
नहीं शुरू हुआ तालाब का जीर्णोद्धार
केवल गुणवत्ताहीन कार्य तथा लेटलतीफी ही नहीं, नगर मे जनप्रतिनिधियों की भी अनदेखी की जा रही है। बताया गया है कि नमामि गंगे योजना के तहत वार्ड नंबर 11 मे स्थित पुनहाई तालाब के सौदर्यीकरण कार्य का भूमि पूजन जून के महीने मे किया गया था, लेकिन अगस्त मे भी यह चालू नही किया गया। अब जबकि बरसात शुरू हो चुकी है, तो तालाब के सौंदर्यकरण भी चार-पांच महीने बाद ही हो सकेगा।
बायपास का निर्माण भी रूका
इसी तरह बायपास सडक़ निर्माण भी विवादो की वजह से बंद पड़ा है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय विधायक के अथक प्रयास से 4 करोड़ 60 लाख रूपये की लागत से बायपास रोड निर्माण की स्वीकृति मिली है। जिसे लोक निर्माण विभाग द्वारा बनवाया जा रहा है। जिसका निर्माण शुरू होते ही विवादों में पड गया। जानकारों का कहना है कि दोनो तरफ बराबर जमीन न मिलने से काम रूका हुआ है। इसके लिये भी कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है।