गिरदावरी की गड़बड़ी से बढी परेशानी

गिरदावरी की गड़बड़ी से बढी परेशानी

दावा-आपत्ति की जद्दोजहद मे फंसे किसान, उपार्जन के पंजीयन मे आ रही दिक्कत

बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी 

मध्यप्रदेश

उमरिया
मानपुर। जिले मे फसलों की गिरदावारी मे इस साल हुई गड़बड़ी के कारण किसानो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि अधिकांश स्थानो पर यह कार्यवाही अधूरी और दूषित है। जिसके लिये दावा-आपत्ति की तारीख 05 अक्टूबर तक निर्धारित है। इसी बीच उपार्जन के पंजीयन की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। उल्लेखनीय है कि किसानो को अपनी फसल बेंचने के लिये हर साल ऑन लाईन अथवा कियोस्क सेंटर सहित निर्धारित केन्द्रों मे पंजीयन कराना पडता है। यह कार्यवाही 19 सितंबर से लेकर 5 अक्टूबर तक की जानी है। लोगों का कहना है कि गिरदावरी मे कई त्रुटिया हैं, जिन्हे सुधरवाये बगैर पंजीयन कराने से किसानो को काफी नुकसान होगा।

क्यों आई दिक्कत
सूत्रों के अनुसार गिरदावरी से किसानो द्वारा बोई गई फसल आदि की विस्तृत जानकारी शासकीय रिकार्ड मे दर्ज की जाती है। अभी तक यह कार्य पटवारी करते थे, परंतु इस बार शासन ने इसे स्थानीय युवा सर्वेयर (डीसीएस) से कराने का निर्णय लिया था। इसके लिये बकायदा ऑन लाईन आवेदन बुलाये गये। जिसके बाद जिले भर मे डीसीएस का चयन हुआ। इस कार्य के लिये शासन द्वारा डीसीएस को प्रति खसरा 8 रूपये का भुगतान किया जाना है।

नौसिखियों ने किया बेडागर्क
सूत्रों के मुताबिक नये-नये डीसीएस के अनुभव की कमी के कारण गिरदावरी मे कई त्रुटियां आ गई। जबकि डीसीएस सेटेलाईट तथा अन्य तकनीकी खामी को समस्या की वजह बता रहे हैं। बहरहाल स्थिति यह है कि जहां खाली जमीन है, वहां फसलें और जहां फसलें बोई हुई है, वहां पड़ती दर्ज हो गई। कई किसानो का यह भी कहना है कि गिरदावरी मे उनका रकबा कम कर दिया गया है। यह बात सही है कि किसानो का पंजीयन गिरदावरी के हिसाब से होगा और उसी अनुपात से वे अपनी पैदावार उपार्जन केन्द्रों मे बेंच सकेंगे।

रिकार्ड सुधरवाने मे फजीहत
गलत तरीके से की गई गिरदावरी को सुधरवाने के लिये सैकडों किसान यहां से वहां भटक रहे हैं। बांधवभूमि ने जब राजस्व अधिकारियों से इस संबंध मे चर्चा की तो उन्होने बताया कि त्रुटि सुधार के लिये दावा-आपत्ति आमंत्रित की गई हैं। इसके लिये भी किसानो को ऑन लाईन आवेदन करना है। जिसके बाद पटवारियों के प्रतिवेदन के आधार पर तहसीलदार की आईडी से गिरदावरी की त्रुटियां सुधारी जायेंगी। यह इतना आसान नहीं हैं, जिले के अधिकांश किसानो के पास एनरॉइड फोन नहीं है। वहीं कई लोग इसे चलाना भी नहीं जानते। ऐसे मे तय समय मे सुधार और पंजीयन होना मुश्किल है।

98 प्रतिशत कार्य पूरा
जिले मे 98 प्रतिशत गिरदावरी का कार्य किया जा चुका है। जिन किसानो के खाते मे कोई दिक्कत है, वे अपना दावा-आपत्ति 5 अक्टूबर तक प्रस्तुत कर सकते हैं। इसका निराकरण 10 अक्टूबर तक किया जायेगा। राजस्व विभाग को गिरदावरी तथा त्रुटि सुधार हेतु विशेष दिशा-निर्देश दिये गये हैं ताकि किसानो को किसी प्रकार की परेशानी या असुविधा नहीं हो।
धरणेन्द्र कुमार जैन
कलेक्टर
जिला-उमरिया

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