खाते मे पैसे डालने का झांसा देकर उडाये 69 हजार
सायबर सेल ने पीडित को वापस दिलाये पैसे, दो महीने पहले हुई थी ठगी
बांधवभूमि
मध्यप्रदेश
उमरिया
जिला मुख्यालय मे झांसा देकर खाते से पैसे उडाने के मामले मे एक बार फिर सायबर सेल ने प्रभावी कार्यवाही करते हुए पीडित को राहत दिलाई है। इस संबंध मे मिली जानकारी के मुताबिक सुनील कुमार सोनी निवासी पुराना पड़ाव उमरिया की किरायेदार सीमा ङ्क्षसह से एक ठग ने पैसे डालने के लिये पहले फोन पे नंबर लिया, फिर कहने लगा कि इस नंबर पर राशि सेंड नही हो पा रही है, कोई और नंबर दें ताकि पैसा भेजा जा सके। जिस पर उक्त महिला सुनील कुमार के पास पहुंची और पैसा अपने खाते मे डलवाने को कहा। अपनी किरायेदार के कहने पर श्री सोनी राजी हो गये। इसी दौरान ठग ने बातों मे फांस कर सुनील कुमार सोनी के खाते से 69 हजार उडा लिये। जिसकी सूचना दिनांक 20 अप्रेल 2024 को फरियादी ने सायबर सेल को दी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी श्रीमती निवेदिता नायडू ने विभाग को तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। इस प्रकरण मे जालसाज के खाते को होल्ड करा कर फरियादी को राशि वापिस कराना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य था। जिसके लिये सायबर सेल ने अथक प्रयास कर जानकारी एकत्रित की और तत्परतापूर्वक आवेदक के खाते को होल्ड करा दिया। इसके उपरांत आवेदक के माध्यम से माननीय न्यायालय मे राशि की सुपुर्दगी हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर संबंधित बैंक को 59 हजार रूपये आवेदक के खाते मे ट्रांसफर करने का आदेश दिया गया। इस तरह सायबर सेल के प्रयास से करीब दो माह पश्चात ठगी गई राशि आवेदक को वापस कराई गई। पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता नायडू एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल ङ्क्षसह महोबिया के निर्देशन मे हुई इस कार्यवाही मे सायबर सेल से उप निरीक्षक बृजकिशोर गर्ग, राजेश सोंधिया एवं संदीप ङ्क्षसह की सराहनीय भूमिका थी।
ठगों से सावधान रहें नागरिक
पुलिस ने एक बार पुन: आमजनो को जालसाजों से सावधान रहने की अपील की है। बताया गया है कि ठगों द्वारा सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमो से लोगों पर नजर रखी जा रही है। ऐसे मे अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सोशल मीडिया या अन्य माध्यमो द्वारा अधिक शेयर न करें। सोशल मीडिया का कम से कम उपयोग करें। साथ ही किसी भी तथ्य की पूर्ण तस्दीक के बाद ही उस पर विश्वास करें। अपनी बैङ्क्षकग संबंधी जानकारी किसी भी परस्थिति मे किसी के साथ शेयर न करें। ध्यान रखें कि अपने खाते मे पैसे रिसीव करने के लिये किसी भी प्रकार का पिन या ओटीपी नही बतानी होती है। जागरूकता ही सायबर अपराधों से सर्वश्रेष्ठ बचाव है।