कुश्तीे के दांव पेंच देख झूमे दर्शक

कुश्तीे के दांव पेंच देख झूमे दर्शक

महादंगल के पहले दिन हुई नामी-गिरामी पहलवानो की जोर आजमाईश

बांधवभूमि न्यूज

मध्यप्रदेश

उमरिया
जिले की धार्मिक, सामाजिक, साहित्यिक एवं खेलकूद संस्था श्री रघुराज मानस कला मंदिर द्वारा नगर के बहराधाम मे आयोजित महादंगल का शुभारंभ मंगलवार को पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को एवं बालाघाट की विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने किया। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजय सिंह, राजेश शर्मा, मेंहदी हसन, त्रिभुवन प्रताप सिंह, ठाकुरदास सचदेव, अमृतलाल यादव, अमर खियानी, संतोष सिंह, अशोक गौंटिया, ओमप्रकाश सोनी, मो. आजाद, संदीप शाहा, लक्ष्मीनारायण खण्डेलवाल, संजय गुप्ता, पार्षद श्रीमती रामायणवती कोल, इंजी. दीपक सोनी, मुकेश प्रताप सिंह, अशोक गुप्ता, ताजेन्द्र सिंह, अयाज खान सहित भारी तादाद मे गणमान्य नागरिक और सैकड़ों की संख्या मे कुश्तीप्रेमी उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायकद्वय फुंदेलाल सिंह तथा श्रीमती अनुभा मुंजारे ने इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि गांव और शहरों से लुप्त होती कुश्ती की परंपरा को पुर्नजीवित करने का यह प्रयास सराहनीय है। इसके लिये संस्था बधाई की पात्र है।

कोई पहलवान अंबाले का
नगर मे हो रही दो दिवसीय दंगल प्रतियोगिता मे देश भर के पहलवान आ रहे हैं। जिनमे से एक नेपाल की राजधानी काठमांडू के राहुल थापा भी हैं। अन्य कुश्तीबाजों मे कालीघटा हरियाणा, भीम सिंह ग्वालियर, जालिम सिंह राजस्थान, श्रीराम, बल्लू व बंटू फतेहपुर, शहीद, राजू बनारस, विक्की पंजाब, घनघोर घटा कुरूक्षेत्र, मंशा हरिद्वार, गोल्टा श्रीगंगानगर, सोनू दिल्ली, मोंटी चंडीगढ़, सनी अनूपपुर तथा कटनी की महिला रेसलर निरजला शामिल हैं। पहले दिन कई स्थानीय पहलवानो ने भी अखाड़े मे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। दूसरे दिन बुधवार को भी कई पहलवानो के आने की खबर है। जिससे मुकाबले और भी रोचक होने की संभावना है।

जब रेफरी बन गई जनता
कुश्ती प्रतियोगिता के पहले दिन दर्शकों पर पहलवानो का जादू छाया रहा। हर दांव-पेंच और जोर आजमाईश पर मचता शोर इस खेल के प्रति लोगों के दिलचस्पी की गवाही दे रहा था। कई बार तो भीड़ ही रेफरी बनती दिखाई दी। इतना ही नहीं मैदान मे मौजूद लोग फाऊल करने वाले कुश्तीबाज को सही खेल का मुजाहिरा करने की ताकीद करते रहे। कुश्ती की हारजीत का फैंसला होते ही लोग दौड़ कर विजयी पहलवान को इनाम देने दौड़ पड़ते। कुल मिला कर इस आयोजन ने जनता का खूब मनोरंजन किया। उसी का परिणाम था कि 12 बजे आये दर्शक शाम 4 बजे तक बहरा मैदान मे डंटे रहे। आयोजन समिति ने बताया कि दंगल की शुरूआत आज 12 बजे होगी। समापन के अवसर पर विजयी पहलवानो को पुरूस्कार वितरित किये जायेंगे।

कभी नगर मे सजते थे अखाड़े
नगर मे कुश्ती की परंपरा बेहद पुरानी है। वर्षो तक यहां दंगल के बड़े-बड़े आयोजन हुए। बताया जाता है कि एक जमाने मे जगह-जगह अखाड़े सजा करते थे। जहां बड़ी संख्या मे सेठ, महाजन, कर्मचारी, नेता तथा युवा नियमित रूप से अभ्यास करने पहुंचते थे। धीरे-धीरे लोग मेहनत और हुनर की इस विधा से दूर होते गये तो अखाड़ों मे भी ताले लग गये। कुश्ती की परंपरा को खत्म होते देख श्री रघुराज मानस कला मंदिर ने करीब 8 साल पहले इसके जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया। हलांकि कोरोना महामारी के कारण इसमे पुन: व्यवधान पहुंचा। इस साल जोर-शोर से महादंगल का आयोजन किया गया है।

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