कोदो खाने से ही हुई हाथियों की मौत
केंद्र के लैब ने जारी की रिपोर्ट, बांधवगढ़ के लिये एडवायजरी जारी की
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे विगत दिनो हुई जंगली हाथियों की मौत ज्यादा मात्रा मे कोदो की खराब फसल खाने से हुई है। यह दावा केंद्र सरकार के लैब आयवीआरआई संस्थान बरेली उत्तर प्रदेश ने किया है। जानकारी के अनुसार संस्था द्वारा मृत हाथियों के विसरा सैंपल की जांच की गई है। टॉक्सीकॉलोजिकल रिपोर्ट के अनुसार जांच मे नाइट्रेट, नाइट्राइट,भारी धातुओं के साथ ऑर्गनोफॉस्फेट, ऑर्गनोक्लोरीन, पाइरेथ्रोइड और कीटनाशकों के कार्बामेट समूह की उपस्थिति आदि निगेटिव पाये गये हैं। रिपोर्ट के अनुसार हाथियों मे साइक्लोपियाज़ोनिक एसिड मिला है। जिससे पता चलता है कि हाथियों ने बड़ी मात्रा मे खराब कोदो के पौधे व अनाज खाया था। नामुनो मे पाये गये साइक्लोपिया ज़ोनिक एसिड के विषाक्तता की वास्तविक गणना की जा रही है। आयवीआरआई ने अपनी रिपोर्ट मे घटना स्थल के आस पास क्षेत्रों मे ध्यान रखने के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। जिसमे ग्रामीणों मे जागरूकता, खराब फसल से मवेशियों को दूर रखने तथा इस पर और अध्ययन करने जैसे बिंदु सुझाये गये हैं। जिसका प्रबंधन पालन करा रहा है।
6 विशेष दल कर रहे निगरानी
उद्यान मे 10 हाथियों की मौत के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर विभाग ने कई कदम उठाये हैं, ताकि ऐसे अप्रिय घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। राज्य के अपर मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल कृष्णमूर्ति ने उक्ताशय की जानकारी देते हुए बताया कि टाइगर रिजर्व मे जंगली हाथियों की मॉनिटरिंग के लिये 6 विशेष दल गठित किये गये हैं। जिन्हे हाथियों के विचरण वाले क्षेत्रों मे तैनात किया गया है। इसके अलावा वन्य-प्राणी चिकित्सकों द्वारा उद्यान के खितौली रेंज अंतर्गत बगदरा बीट से बीते दिनो रेस्क्यू किये गये हांथी की लगातार देखरेख की जा रही है। श्री कृष्णमूर्ति के मुताबिक मानव-हाथी द्वंद रोकने एवं वन्य-प्राणी प्रबंधन के लिये हाथी प्रभावित क्षेत्रों से लगे गावों मे मुनादी करायी जा रही है। व्यवस्था को और अधिक कारगर तथा मजबूत करने मुख्य वन संरक्षक शहडोल द्वारा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे 35 अतिरिक्त स्टॉफ तैनात किया गया है।
पशुओं मे सामान्य बीमारी
इस बीच मानपुर तहसील के ग्राम लखनौटी एवं रोहनियां मे बीमार हुए पालतू पशुओं की जांच मे सामान्य और मौसम मे आये बदलाव के लक्षण मिले हैं। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को बांधवगढ टाईगर रिजर्व से लगे लखनौटी एवं रोहनिया गावों मे पालतू पशुओं के बीमार होने की खबर से हडक़ंप मच गया। मामले की सूचना मिलते ही कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के निर्देश पर उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायेंं डॉ. केके पांडे ने तत्काल दल को रवाना किया। टीम द्वारा मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया तथा बीमार पशुओं का उपचार शुरू किया। चिकित्सकोंं ने बताया है कि इन गावों मे कोई भी पशु गंभीर रूप से बीमार नहीं है। यह समस्या सामान्य और मौसम बदलने के समय आना स्वाभाविक है।