एक महीने मे ‘शून्य’ गेहूं का उपार्जन

एक महीने मे ‘शून्य’ गेहूं का उपार्जन

अनाज समेटने मे जुटे किसान, एक सप्ताह बाद बिक्री शुरू होने का अनुमान

बांधवभूमि न्यूज 

मध्यप्रदेश

उमरिया
गेहूं का उपार्जन शुरू  हुए एक महीने से भी अधिक समय बीत चुका है, परंतु अभी तक खरीदी शुरू नहीं हो सकी है। जानकारी के मुताबिक 15 अप्रेल तक जिले के किसी भी केन्द्र मे उपार्जन नहीं हुआ है। इसका मुख्य कारण खराब मौसम बताया जा रहा है। बाजार के सूत्र मानते हैं कि बीते दिनो से बार-बार बूंदाबांदी तथा हवाओं के सांथ हो रही बारिश की वजह से रबी की कटाई और गहाई मे व्यवधान उत्पन्न हुआ है। आसमान जरा सा साफ होते ही किसान तेजी के सांथ फसलों की गहाई मे जुट गये हैं। उनकी कोशिश है कि पहले पूरा अनाज घर मे सुरक्षित कर लिया जाय। बाद मे इसे बेंचने की सोची जायेेगी।

बढ़ानी पड़ सकती समय सीमा
वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले मे अभी भी लगभग 50 प्रतिशत के आसपास कटाई बाकी है। जैसे ही यह कार्य आगे बढ़ेगा उपार्जन केन्द्रों और बाजारों मे अनाज की आवक शुरू हो जायेगी। उल्लेखनीय है कि जिले मे विगत 15 मार्च से गेहूं खरीदी केन्द्र खुल चुके हैं। उपार्जन के लिये 5 मई तक का समय निर्धारित किया गया है। कहा जा रहा है कि कटाई और गहाई मे हुई देरी की वजह से अभी माल रूका हुआ है, परंतु जल्दी केन्द्रों मे आवक बढ़ेगी। ऐसी स्थिति मे खरीदी की समय-सीमा बढ़ाने की जरूरत भी पड़ सकती है।

लक्ष्य के आसपास होगा उपार्जन
अनाज के व्यापारियों का मत है कि समर्थन मूल्य बाजार से बेहतर होने के कारण किसान अपनी उपज सरकारी खरीदी केन्द्रों मे बेंच सकते हैं। जिससे सरकारी खरीदी लक्ष्य के अनुरूप होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 2600 रूपये प्रति क्विंटल तय किया है। जबकि बाजार मे अभी इसकी कीमतें 2400 रूपये के करीब ही हैं। 200 रूपये का भारी-भरकम अंतर होने से ज्यादातर माल उपार्जन केन्द्रों मे ही उतरने की संभावना है।

बीते वर्ष 169 हजार क्विंटल हुई थी खरीदी
रबी सीजन मे जिले के 12 हजार 093 किसानो ने अपना पंजीयन कराया है। जिनके लिये 35 केन्द्र बनाये गये हैं। वहीं विभाग ने इस बार गेहूं खरीदी का लक्ष्य दो लाख क्विंटल रखा है। जबकि बीते साल 1 लाख 69 हजार क्विंटल गेहूं का उपार्जन हुआ था।

योजना का लाभ उठायें किसान
जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों पर बेहतर व्यवस्थायें की गई हैं, ताकि किसानो को किसी तरह की कठिनाई नहीं हो। किसान भाई अपनी उपज शासकीय खरीदी केन्द्रों पर विक्रय कर योजना का लाभ उठायें।
बीएस परिहार
जिला आपूर्ति अधिकारी
उमरिया

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