उपेक्षा से असंतुलित हुआ पर्यावरण
जिला मुख्यालय के सगरा तालाब मे जल सम्मेलन का आयोजन, कलेक्टर ने बताई अभियान की उपयोगिता
बांधवभूमि
मध्यप्रदेश
उमरिया
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के मार्गदर्शन तथा कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन के नेतृत्व मे जिले को जल और पर्यावरण संपन्न बनाने शुरू की गई मुहिम को सभी वर्गो का समर्थन मिल रहा है। इस पुनीत कार्य मे जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी तथा गणमान्य नागरिक अपना सहयोग प्रदान कर रहे है। गुरूवार को जिला मुख्यालय के सगरा तालाब मे जल सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि जल और वन के बिना मानव जीवन संभव नही है। पर्यावरण और जलस्त्रोंतों की उपेक्षा की वजह से मौसम का मिजाज बिगड रहा है। तापमान मे लगातार बढोत्तरी के सांथ पानी की कमी आने वाले गंभीर खतरे का संकेत दे रही है। इसके प्रति लोगों को सावधान और जागरूक करने राज्य सरकार ने जल गंगा संवर्धन अभियान जैसा महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत गत 5 जून से जिले के समस्त नगरीय निकायों व ग्राम पंचायतों मे स्थित नदी, तालाब, कुओं, बावड़ी तथा अन्य जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुर्नजीवन हेतु विशेष कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने मे पेड पौधों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होने जिलेवासियों से अपील की है कि वे भी अपने घरो के खाली स्थानों मे पौधे रोपित करें एवं उसकी सुरक्षा का संकल्प लें। सांथ ही जल संरक्षण हेतु प्रारंभ किए गए अभियान मे शामिल हो कर इसे आंदोलन मे परिवर्तित कर दें।
स्वच्छ, सुंदर और हरा-भरा हो उमरिया: रश्मि सिंह
अपने उद्बोधन मे नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रश्मि सिंह ने कहा कि शासन की पहल पर शुरू हुए जल गंगा संवर्धन अभियान से नागरिकों मे जल, जंगल और पर्यावरण के प्रति जागरूकता आयेगी। उन्होने बताया कि नगर पालिका शहर को स्वच्छ, सुंदर और हरा-भरा बनाने के प्रति संकल्पित है। परिषद द्वारा सगरा तालाब के गहरीकरण, बंड रिपेयरिंग, पेवर ब्लॉक, पाईप कलवर्ट एवं हाई मास्ट लाईट लगाने आदि का कार्य झील संरक्षण मद से कराया जा रहा है। इससे नकेवल पर्यावरण और जल स्त्रोत का संरक्षण होगा बल्कि यह क्षेत्र नागरिकों के आकर्षण का केन्द्र भी बनेगा। अध्यक्ष श्रीमती सिंह ने बताया नगर पालिका द्वारा अमृत-2 के तहत शहर के खलेसर घाट मे नाला डायवर्सन एवं एसटीपी निर्माण हेतु एक करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है जिसकी निविदा जारी की जा चुकी है। एसबीएम-2 के तहत लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के लिये 10.12 करोड का डीपीआर तैयार किया गया है, जल्दी ही यह कार्य प्रारंभ हो जायेगा। इसके अलावा नगरीय क्षेत्र मे 5 कुओं की सफाई एवं मरम्मत कार्य, बरतिया तालाब, कॉलेज के पीछे स्थित तालाब, ईवीएम गोदाम के सामने स्थित तालाब एवं रेंज कालोनी के तालाब को संरक्षित करने का कार्य नगर पालिका सहित अन्य विभागों द्वारा किया जावेगा।
रोपे गये फलदार व औषधीय पौधे
श्रमदान के उपरांत कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन की उपस्थिति मे तालाब के आसपास फलदार पौधों का रोपण कर उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम को नगर पालिका उपाध्यक्ष अमृत लाल यादव, धनुषधारी सिंह, परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण अमित तिवारी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उप संचालक पशु चिकित्साक सेवाएं डॉ.केके पाण्डेय, मुख्य नगर पालिका अधिकारी किशन सिंह, ईई पीएचई अमित शाह, जिला समन्वयक एनआरएलएम चंद्रभान सिंह, जन अभियान परिषद के रविन्द्र शुक्ला, उप पंजीयक आशीष श्रीवास्तव, डीपीसी सुशील मिश्रा, पार्षद त्रिभुवन प्रताप सिंह, अवधेश राय, प्रोफेसर जितेन्द्र तिवारी, समाजसेवी बाबूलाल भिवानिया आदि उपस्थित थे।