अफसरों की नाफरमानी से जिले मे बढ़ रहा असंतोष
उपेक्षा के खिलाफ ग्रामीणो ने शुरू की हड़ताल, आमरण अनशन की चेतावनी
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी
मध्यप्रदेश
उमरिया
मानपुर। जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कुशमहा सेजवाही के ग्रामीणो मे असंतोष एक बार फिर पनपने लगा है। पंचायत के सरपंच एवं ग्रामीणो ने योजनाओं का लाभ नहीं मिलने तथा उपेक्षा का आरोप लगाते हुए ब्लॉक के सामने क्रमिक हड़ताल शुरू कर दी है। उन्होने बताया कि यह हड़ताल 27 मार्च तक चलेगी। इसके बाद भी कार्यवाही नहीं हुई तो 28 मार्च से भूख हड़ताल प्रारंभ कर दी जायेगी। इस मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि पात्रता के बावजूद उन्हें प्रधानमंत्री आवास सहित अन्य शासकीय योजनाओं से वंचित रखा जा रहा है।
कलेक्टर के आदेश को भी नहीं माना
गौरतलब है कि विगत करीब एक वर्ष पूर्व स्थानीय ग्रामीणों ने इसी उपेक्षा को लेकर अपने गुस्से का इजहार किया था। जिस पर कलेक्टर धरणेन्द्र जैन द्वारा स्वयं ग्राम सेजवाही पहुंच कर जन समस्या निवारण शिविर लगाया गया। इस दौरान उन्होने अधिकारियों को ग्राम वासियों को सभी सुविधा मुहैया कराने का आदेश भी दिया था, लेकिन आज तक इस ओर पहल नहीं की गई। जिसका नतीजा है कि लोगों को फिर से आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा है।
हुआ था मतदान का बहिष्कार
इतना ही नहीं उपेक्षा से नाराज ग्रामीणो ने विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार भी किया था। जिसकी सूचना पर पहुंचे कलेक्टर एवं एसपी द्वारा आश्वासन दिये जाने के बाद लोग वोट डालने पर राजी हुए थे। आश्चर्य की बात है कि जिस मुद्दे पर स्वयं जिले के मुखिया ने संज्ञान लेकर निर्देश दिया गया हो, उस पर साल भर बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। जिले के अधिकारियों का यह रवैया उनके बेलगाम होने तथा लापरवाहीपूर्ण कार्यप्रक्रिया को दर्शाता है।
गरीबों को नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ
सरपंच सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत मे कई गरीब हितग्राही हैं। जिन्हे पीएम तथा अन्य आवास की सुविधा मिलनी चाहिये, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इस संबंध मे कई बार शासन-प्रशासन के समक्ष गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। हालत यह है कि गांव के सैकड़ों लोग आज भी कच्चे मकानों मे रहने पर मजबूर हैं। सरपंच का कहना है कि जब ग्राम पंचायत वासियों को न्याय नहीं मिलता, यह आंदोलन जारी रहेगा।

