2 लापता, सिरमौर मे मां, 3 बच्चों और भानजी की जान गई
शिमला। देवभूमि हिमाचल में मानसून विदा होने से पहले कहर बरपा रहा है। बीते २४ घंटे में ११ जगह बाढ़, बादल फटने, भूस्खलन और सड़क दुर्घटना की खबरें आई हैं। इन हादसों में १६ लोगों की मौत हुई है, १६ घायल हुए हैं, जबकि ५ लापता हैं। सिरमौर के रोनाहट के खिजवाड़ी गांव में बीती रात एक मकान पर मलबा गिरने से चार बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों में मां, उसके तीन बच्चे और एक भानजी शामिल है। सिरमौर के ही बड़ू साहिब में बीती रात भारी बारिश हुई। एक ट्रस्ट के कालेज में पानी घुस गया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि यहां पढ़ने वाले करीब ४००० बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। कुछ गाडि़यां भी बाढ़ में बह गईं। सिरमौर के ही मोजा मंडी में एक व्यक्ति बाढ़ में बह गया जिसकी तलाश की जा रही है। कुल्लू के जलोड़ी पास में एक ट्रेवलर दुर्घटनाग्रस्त होने से ७ लोगों की मौत हो गई। १० छात्र घायल हो गए। उधर, चंबा की ढिमका पंचायत के बकनी में बीती रात बाढ़ के बाद से तीन व्यक्ति लापता हैं। किन्नौर के पागल नाला में बाढ़ से भारी तबाही हुई है। शिमला जिला के बाघ स्कूल बारिश में जमींदोज हो गया है। प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में ८ पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं।
एक सप्ताह मे 92 फीसदी ज्यादा बारिश
पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में सामान्य से ९२ प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, १९ से २५ सितंबर तक प्रदेश में औसत बारिश २९.१ मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार ५५.८ मिलीमीटर बारिश हुई। राज्य के सभी जिलों में औसत से अधिक बारिश हुई है। बारिश की वजह से प्रदेशभर में ११४ सड़कें और ७५ बिजली के ट्रांसफॉर्मर ठप पड़े हैं। ङ्क्षचता इस बात की है कि अभी मानसून के विदा होने के कोई संकेत नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार, २९ सितंबर तक मौसम खराब बना रहेगा। हिमाचल में मानसून की बारिश से इस बार जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। कुल्लू के जलोड़ी जोत और सिरमौर के शिलाई में बीती रात हुए हादसे में १४ लोगों की मौत के बाद राज्य में मौजूदा मानसून सीजन में जान गंवाने वालों का आंकड़ा ४०० पहुंच गया। २९ जून से २६ सितंबर तक ७३० लोग घायल हुए और १४ लोग लापता हैं।
मंडी-शिमला मे अब तक 62-62 लोगों की मौत
मानसून के दौरान मंडी और शिमला जिला में ६२-६२ लोगों की जान गई है, जबकि कुल्लू में ४८, चंबा में ४० और सिरमौर में ४५, ऊना में ४१ और सोलन में २४ लोगों ने जान गंवाई। उधर, किन्नौर में ८, लाहौल स्पीति में १०, हमीरपुर में १४ और बिलासपुर में १९ लोगों की मौत बारिश की वजह से हुए हादसों में हुई है। २११० करोड़ की संपत्ति तबाह राज्य में भारी बारिश से २११० करोड़ रूपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई है। बीते ५ सालों में यह नुकसान सबसे ज्यादा है। इस साल १८३ घर पूरी तरह जमींदोज हुए। ८६८ मकानों को मामूली नुकसान हुआ। ८४३ गौशालाएं, १७१ दुकानें और ५६ घाट भी बारिश से तबाह हुए हैं।