हथौड़े से ताई का सिर फोड़कर किये 8 टुकड़े किए

इंजीनियर ने बाथरूम में मार्बल कटर से बॉडी काटी, जंगल में फेंके बॉडी पाट्‌र्स
जयपुर।जयपुर के विद्याधर नगर थाने में अपनी ताई की हत्या का आरोपी अनुज शर्मा। बहन के लिए रिश्ते की बात करने घर वाले दिल्ली गए थे। अनुज और उसकी ताई सरोज देवी घर में अकेले थे। तभी अनुज ने ताई को मार डाला।जयपुर में दिल्ली श्रद्धा मर्डर जैसा हत्याकांड सामने आया है। यहां एक इंजीनियर ने अपनी सगी ताई की सिर फोड़कर हत्या कर दी। रसोई में मर्डर करने के बाद आरोपी बॉडी को घसीट कर बाथरूम में ले गया। फिर बाजार से मार्बल कटर ले आया। इससे शव के 8 टुकड़े कर ट्रॉली बैग में भरे और मौका पाकर इन्हें दिल्ली-सीकर हाईवे पर तीन अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।पुलिस ने बताया कि वारदात विद्याधर नगर के सेक्टर-2 में 11 दिसंबर को हुई। सरोज देवी (62) ने अपने जेठ के बेटे अनुज शर्मा को एक धार्मिक कार्यक्रम में जाने से रोका तो वह तैश में आ गया और उनकी हत्या कर दी।सरोज देवी की बेटियों पूजा शर्मा (38) और मोनिका ने इस मामले में 16 दिसंबर को अपनी मां के मर्डर का मामला दर्ज कराया। उन्होंने अपने चचेरे भाई अनुज शर्मा पर हत्या का शक जताया था। पुलिस ने अनुज को गिरफ्तार कर लिया है।पूजा और मोनिका की शादी हो चुकी है। भाई अमित विदेश में रहता है। पूजा की ससुराल बीकानेर में है। पूजा ने बताया कि उनके पिता की मौत 1995 में हो गई थी। मां सरोज देवी विद्याधर नगर में चाचा बद्री प्रसाद शर्मा के यहां रहती थीं।
कीर्तन में जाने से रोका था
पुलिस ने बताया कि हत्या 11 दिसंबर की सुबह करीब 10.30 बजे की गई। आरोपी ‘हरे कृष्णा’ मूवमेंट से जुड़ा है। वह कीर्तन में दिल्ली जाने वाला था। सरोज देवी ने उसे रोका। उन्होंने कहा कि मत जाओ, मेरे पास रहो। अनुज को गुस्सा आ गया। उसने हथौड़े से सरोज देवी की हत्या कर दी। इसके बाद उसने बॉडी को चाकू से काटने की कोशिश की। हडि्डयां नहीं कटीं तो वह मार्बल कटर ले आया। इससे बॉडी के टुकड़े-टुकड़े किए। इसके बाद तीन-चार घंटे बाद तक वह बॉडी को ठिकाने लगाने की कोशिश करता रहा।
खून के धब्बे साफ करता दिखा आरोपी
12 दिसंबर को आरोपी अनुज ने पूजा को कॉल कर बताया कि 11 दिसंबर की दोपहर करीब 3 बजे बड़ी मम्मी (सरोज देवी) रोटी देने के लिए घर से बाहर गई थीं। इसके बाद वापस नहीं आईं। उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट विद्याधर नगर थाने में करवा दी है। खबर लगते ही उसी दिन बड़ी बहन मोनिका चाचा के घर आ गई।13 दिसंबर को मोनिका घर में ही थी। अनुज दीवार पर लगे खून के धब्बे कपड़े से साफ कर रहा था। मोनिका ने उससे पूछा तो वह घबरा गया। कहा कि मुझे नकसीर आ गई थी। जो दीवार पर लग गई, उसे साफ कर रहा हूं। मोनिका को शक हुआ तो उसने छोटी बहन पूजा को कॉल कर बताया। इस पर पूजा भी अपने पति के साथ 15 दिसंबर को चाचा के घर पहुंची।
बॉडी के टुकड़ों पर डाली मिट्टी
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि वारदात के बाद अनुज करीब तीन-चार घंटे तक बॉडी के टुकड़ों को लेकर घूमता रहा। वह साथ में बाल्टी भी लेकर घूम रहा था। शाम करीब 4 बजे सीकर-दिल्ली हाईवे पर वन विभाग की चौकी के पीछे उसने शव के टुकड़ों को फेंक दिया। बाल्टी से टुकड़ों के ऊपर मिट्‌टी डाल दी। इसके बाद बैग और बाल्टी लेकर घर लौट आया। यहां उसने बैग भी धोया।
हरिद्वार चला गया हत्यारा
घर पहुंचने पर पूजा ने अपनी बड़ी बहन मोनिका से चचेरे भाई अनुज के बारे में पूछा। मोनिका ने बताया कि अनुज हरिद्वार गया है। दोनों बहनों ने आपस में बात की तो अनुज पर शक और गहरा गया। इसके बाद शुक्रवार शाम थाने जाकर दोनों बहनों ने गुमशुदा मां की हत्या का शक जताया। दोनों बहनों का इशारा अनुज की तरफ ही था।
इंजीनियरिंग की थी
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि​​​ अजमेर रोड स्थित​​​​ भांकरोटा (जयपुर) से आरोपी अनुज शर्मा ने इंजीनियरिंग की थी। 1 साल पहले ही उसने ‘हरे कृष्णा’ मूवमेंट से दीक्षा ली थी। पिता बद्री प्रसाद पीएनबी में एजीएम पद से रिटायर हुए हैं। घर में आरोपी अनुज शर्मा सहित चार सदस्य रहते थे। इसमें पिता बद्री प्रसाद (65), अनुज की बड़ी बहन शिवी (33) और ताई सरोज शर्मा शामिल थीं। अनुज शर्मा की मां नहीं हैं। वारदात वाले दिन बद्री प्रसाद और शिवी इंदौर गए थे। इंदौर में शिवी के रिश्ते की बात चल रही है। शिवी जयपुर स्थित एक आईटी कंपनी में जॉब करती है। 12 दिसंबर को बद्री प्रसाद और शिवी इंदौर से वापस जयपुर आ गए थे। इंजीनियरिंग करने के बाद अनुज शर्मा ने भी जयपुर स्थित एक प्राइवेट कंपनी में करीब एक साल जॉब की थी। सरोज देवी पिछले 3-4 साल से कैंसर से पीड़ित थीं। उनकी कीमोथैरेपी चल रही थी।
Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *