हड़ताल ने प्रभावित हुआ कोयला उत्पादन
श्रमिक संगठनो का दावा, पाली, कुदरी खदानो मे नहीं उतरे श्रमिक
बांधवभूमि, हुकुम सिंह
नौरोजाबाद। सरकारी उपक्रमो के निजीकरण, बेरोजगारी और मंहगाई के विरोध मे आयोजित दो दिनी हड़ताल के पहले दिन जिले की कोयला खदानो मे व्यापक असर रहा। श्रमिक संगठनो का दावा है कि एसईसीएल जाहिला क्षेत्र की पाली तथा कुदरी खदानो मे हड़ताल शत-प्रतिशत सफल रही, जबकि विंध्या और कंचनपुर माईन्स मे महज 33 फीसदी कामगार ही हाजिर हुए। हलांकि इसे लेकर प्रबंधन का कोई स्पष्टीकरण या बयान नहीं आया है। जोहिला क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक से जब इस संबंध मे जानकारी चाही गई तो उन्होने मोबाईल अटेण्ड नहीं किया। एचएमएस के क्षेत्रीय महामंत्री मदन मोहन मुंजी ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा लगातार सरकारी क्षेत्र के लाभ कमाने वाले संस्थान अपने चहेते कार्पोरेट घरानो को मिट्टी के मोल बेंचने तथा उसकी नीतियों के कारण बढ़ रही मंहगाई और बेरोजगारी के विरोध 28 एवं 29 मार्च को 10 श्रमिक संगठनो ने हड़ताल का आहवान किया था। हड़ताल के पहले दिन क्षेत्र की सभी खदानो का उत्पादन प्रभावित हुआ है।
श्रमिकों को किया भयभीत
श्रमिक नेताओं का आरोप है कि क्षेत्र की कोयला खदानो मे सुरक्षा के नाम पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। जिनका भय दिखा कर प्रबंधन द्वारा श्रमिकों को जबरन काम पर लाया गया, इसके बाद भी अधिकांश कामगार ड्यूटी पर नहीं आये। यह लोकतंत्र मे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा शांतिपूर्ण आंदोलन के अधिकार को कुचलने का प्रयास है। उन्होने बताया कि आज 29 मार्च को भी हड़ताल जारी रहेगी।