मां ने रोका, 10 साल का बेटा नहीं माना
उज्जैन।दिवाली पर एक परिवार की खुशियों पर ‘ग्रहण’ लग गया। 10 साल के बच्चे ने मां से बम फोड़ने के लिए गिलास मांगा। मां ने मना किया तो वह दूसरे के यहां से गिलास ले आया और बम फोड़ दिया। इससे गिलास फटा और एक टुकड़ा गर्दन में लगने से उसकी मौत हो गई। ये दर्दनाक हादसा उज्जैन में हुआ। शहर में 24 खंभा मार्ग पर कहारवाड़ी मोहल्ला में अशोक कहार परिवार के साथ रहते हैं। अशोक प्राइवेट काम करते हैं। उनका 10 साल का बेटा ऋतिक कहार है। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे घर पर मां अंदर काम कर रही थी और ऋतिक बाहर खेल रहा था। पिता किसी काम से शिप्रा नदी के रामघाट पर गए थे। कुछ देर में बम फटने की आवाज आई। पता चला कि ऋतिक के गले में स्टील का टुकड़ा फंसा गया है, जिससे वो बेसुध हो गया। मां दौड़कर बाहर आई। पड़ोसियों की मदद से उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
चौथी का छात्र था ऋतिक, अस्पतालों ने इलाज से मना किया
बच्चे के पिता शिप्रा नदी पर काम करते हैं। बेटे को बम दिलाने के लिए परिवार के पास पैसे नहीं थे, लेकिन वह बम और स्टील का गिलास कहां से लाया, ये पता नहीं चल सका है। मृतक चौथी कक्षा का छात्र था। घटना का पता चलते परिवारवाले घबरा गए। कुछ देर तो समझ ही नहीं आया। पहले उसे सिविल अस्पताल लेकर गए। यहां मना कर दिया, तो दो अलग-अलग प्राइवेट अस्पताल लेकर गए। यहां भी मना करने के बाद जिला अस्पताल लेकर गए, जहां मृत घोषित कर दिया।
घर से नहीं मिला, तो कहीं और से लाया गिलास
पड़ोसियों ने बताया कि ऋतिक ने बम फोड़ने के लिए मां से गिलास मांगा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। बावजूद ऋतिक बाहर चला गया। कुछ देर बाद बम फूटने की आवाज और अफरा-तफरी मची, तो घटना का पता चला। ऋतिक किसी और जगह से गिलास लेकर आया था। उसने बम पर स्टील का गिलास रख दिया। जब बम फूटा, तो गिलास के टुकड़े बिखर गए। एक टुकड़ा बच्चे की गर्दन में धंस गया।