सूदखोरों ने लगाया बैंकों मे जमावड़ा

सूदखोरों ने लगाया बैंकों मे जमावड़ा
कालरी कामगारों का एरियर्स हड़पने की ताक मे दलाल, हथियाये पासबुक और एटीएम
बांधवभूमि, उमरिया
कोयलांचल मे सक्रिय सूदखोरों की हलचल इन दिनो अचानक बढ़ गई है। कल सोमवार को सप्ताह के पहले दिन जिला मुख्यालय सहित नौरोजाबाद, पाली, पिनौरा आदि शहरों के बैंकों मे काफी चहलपहल रही। इस दौरान कई संदिग्ध लोगों की गतिविधियां भी देखी गई। इस संबंध मे जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि गत 3 सितंबर को एसईसीएल द्वारा अपने कामगारों को एरियर्स की मोटी रकम का भुगतान किया गया है। अवकाश का दिन होने से इन लोगों को पैसों का वारान्यारा करने का मौका तो नहीं मिला, परंतु उन्होने कर्मचारियों के घरों मे जा कर उन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था। जिसे लेकर कर्मचारियों तथा उनके परिजनो के सांथ धंधेबाजों की तू-तू-मै-मै भी हुई।
2 से 7 लाख तक का हुआ है भुगतान
बताया गया है कि कुछ समय पूर्व श्रमिक संगठनो तथा प्रबंधन के बीच एनसीडबल्यूए 11वां वेतन समझौता हुआ था। जिसके तहत जुलाई 2021 से मई 2023 तक 23 मांह का एरियर्स एक मुश्त जारी किया गया है। यह राशि कर्मचारी की ग्रेड के अनुसार तय होती है। जानकारों ने बताया कि विभिन्न श्रेणी के कामगारों को अगस्त महीने का वेतन और  2.5 से 7 लाख तक के एरियर्स का भुगतान एक सांथ मिला है। इस जानकारी के बाद से ही जिले के सूदखोर कालरी कर्मियों की राशि हड़पने मे जुट गये हैं।
ब्याज मे चला जाता है वेतन
गौरतलब है कि कोयला क्षेत्र मे ब्याज पर पैसे उठाने का चलन बेहद पुराना है। विशेष कर कामचोर तथा शराब और जुएं के आदी कर्मचारी आये दिन बाजार से पैसा उधार उठाते हैं। जरूरत और मजबूरी का फायदा उठाकर सूदखोर उन्हे 10 से 20 परसेंट ब्याज पर रकम देने को राजी होते हैं। इसी समय नकेवल कर्मचारी से कोरे चेक बल्कि उनके पासबुक और एटीएम पासवर्ड सहित कब्जिया लिये जाते हैं। और निर्धारित तारीख को वेतन खाते मे पहुंचते ही सेठ कर्मचारी की सारी रकम निकाल लेता है। इस चक्रव्यूह मे एक बार फंसने के बाद व्यक्ति कभी भी उऋण नहीं हो पाता। जिले मे हजारों रूपये तनख्वाह पाने वाले कई कामगारों के परिवार वर्षो से ऐसी ही बदहाली का जीवन जीने को अभिषप्त हैं।
शोषण रोकने का इंतजाम करे प्रशासन
श्रमिक नेता एवं इंटक के जिलाध्यक्ष उदयप्रताप सिंह ने कालरी क्षेत्र मे व्याप्त सूदखोरी पर चिंता जताई है। उन्होने कहा कि यह प्रथा कर्मचारियों के सांथ ही उनके बच्चों का जीवन तबाह कर रही है। एरियर्स का भुगतान पाने वाले कई लोगों के लिये यह पैसा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे वे भविष्य के लिये कोई स्थाई परिसंपत्ति क्रय कर सकते हैं। जहां तक सूदखोरों का सवाल है, वे कर्मचारी को दी गई रकम से कई गुना पैसा पहले ही वसूल चुके हैं। जिला व पुलिस प्रशासन को इस ओर ध्यान देेते हुए कामगारों का शोषण रोकने का इंतजाम करना चाहिये।
होगी सख्त कार्यवाही
कोयला खदानो मे कार्यरत कर्मचारियों के सांथ जोर-जबरदस्ती करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। किसी अन्य व्यक्ति के खाते से पैसा निकालना अपराध है, इस तरह की गतिविधियों मे शामिल लोगों को बक्शा नहीं जायेगा।
निवेदिता नायडू
पुलिस अधीक्षक, उमरिया

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *