सुलभ शौचालय मे बिक रहा खोवा

बस स्टेण्ड की सुविधा पर अतिक्रमण, परेशान होते हैं मुसाफिर और महिलायें
बांधवभूमि, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। शासकीय भूमियों का हेरफेर और अतिक्रमण के लिये हमेशा से चर्चाओं मे रहे मानपुर मे लोगों की मनमानी व्यवस्थाओं पर भारी पड़ रही है। इस वजह से जहां जनपद मुख्यालय की शक्ल बिगड़ चुकी है, वहीं आम नागरिकों को मामूली सुविधाओं तक के लिये तरसना पड़ता है। इसका और एक उदाहरण नगर के बस स्टेण्ड मे स्थित सुलभ शौचालय है, जिस पर आसपास के दुकानदारों और रेहड़ी वालों ने कब्जा कर लिया है। बताया गया है कि कई दिनो से शौचालय पर ताला लगा हुआ है। जबकि भवन के सामने कुछ व्यापारियों द्वारा खोवा और महुए का कारोबार किया जा रहा है। इसके कारण बस के मुसाफिरों, विशेष कर महिलाओं और बच्चियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मजे की बात यह है कि आसपास के लोगों द्वारा इस संबंध मे कई बार गुहार लगाने के बाद भी मुख्यालय मे बैठे अफसरों और नगर परिषद के अमले को कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है।
ताला देख कर लौट जाते हैं यात्री
जानकारी के अनुसार उक्त सुलभ शौचालय नगर के वार्ड क्रमांक 9 मे बस स्टेण्ड के समीप बनवाया गया था। कुछ दिन तक इसका उपयोग भी हुआ परंतु 2020 मे दुकानदारों ने इसके सामने पान, खोवा एवं महुआ की खरीदी-बिक्री का काम शुरू कर दिया। एक दिन धीरे से इस पर ताला जड़ दिया गया, तभी से यह बंद पड़ा हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह स्थान बस स्टेण्ड के समीप है, जहां दिन भर आवागमन करने वाले यात्रियों की चहल-पहल बनी रहती है। कई बार महिलायें, बच्चे और बुजुर्ग निस्तार के लिये दौड़ते हुए वहां आते हैं, पर दरवाजे मे ताला लगा देख निराश हो कर लौट जाते हैं।

ताक पर पीएम का मर्यादा अभियान
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा खुले मे शौच को एक बुराई मानते हुए बकायदा देश भर मे मर्यादा अभियान चलाया गया। जिसके तहत घर-घर शौचालय स्थापित कराये जा रहे हैं, ताकि माताओं व बहनो को किसी तरह की शर्मिन्दगी न झेलनी पड़ेे। दूसरी ओर शहर के जिम्मेदारों की करतूत नकेवल प्रधानमंत्री के विजन को धूमिल कर रही है बल्कि इससे शहरी क्षेत्र मे ही महिलाओं को असहज परिस्थिति से दो-चार होना पड़ रहा है।
जान बूझ कर ढांक दिया परिसर
बताया गया है कि सार्वजनिक शौचालय के चलते अगल-बगल के हो रही दिक्कत के कारण व्यापारियों ने पहले तो सामने दुकानेे लगा कर परिसर को ढंाक दिया, बाद मे ताला ही बंद करवा दिया गया। इस पर कहीं भी सूचक नहीं लगा हुआ है जिससे भवन मे शौचालय होने की जानकारी नहीं हो पाती। यदि कोई महिला वहां आ भी गई तो पास के दुकान एवं पान ठेलों मे खड़े बदमाश उन पर अश्लील छीटाकशी करते हैं। नागरिकों ने जिले के कलेक्टर एवं नगर परिषद अध्यक्ष से शौचालय को तत्काल अतिक्रमण से मुक्त तथा नियमित रूप से संचालित कराने की मांग की है।

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