16 बागी विधायकों ने दी डिप्टी स्पीकर के नोटिस को शीर्ष अदालत मे चुनौती, आज सुनवाई
नई दिल्ली। महाराष्ट्र का सियासी घमासान अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। 16 बागी विधायकों ने डिप्टी स्पीकर के नोटिस को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट सोमवार को इस पर सुनवाई करेगा। शनिवार को डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने 16 विधायकों को सदस्यता रद्द करने का नोटिस भेजा था। उधर, एकनाथ शिंदे ने रविवार को महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बातचीत की। उन्होंने राज से उनकी तबीयत का हाल जाना। साथ ही वर्तमान राजनीतिक हालात पर भी बात की । वहीं आदित्य ठाकरे ने बताया कि एकनाथ शिंदे को 20 मई को ही मुख्यमंत्री बनने का ऑफर उद्धव जी की ओर से दिया गया था, लेकिन फिर भी उन्होंने बगावत की। बोले- हम शरीफ क्या हुए, दुनिया बदमाश हो गई… बाला साहेब होते तो जवाब देते।
राउत बोले- मन से जिंदा नहीं हैं बागी विधायक
इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि गुवाहाटी में बैठे 40 बागी विधायक जिंदा लाश की तरह हैं। वे वहां छटपटा रहे हैं। ये 40 लोग जब मुंबई आएंगे तब वे मन से जिंदा नहीं होंगे। उनकी आत्मा वहीं रह जाएगी।
इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि गुवाहाटी में बैठे 40 बागी विधायक जिंदा लाश की तरह हैं। वे वहां छटपटा रहे हैं। ये 40 लोग जब मुंबई आएंगे तब वे मन से जिंदा नहीं होंगे। उनकी आत्मा वहीं रह जाएगी।
शिंदे के पोस्टर से 10 दिन में बाल ठाकरे गायब
एकनाथ शिंदे के पोस्टर से 10 दिन के भीतर बाल ठाकरे गायब हो गए हैं। 16 जून को सोशल मीडिया पर शिंदे ने एक पोस्टर शेयर किया था, जिसमें बाल ठाकरे, उद्धव और आदित्य नजर आ रहे हैं। वहीं रविवार को शिंदे ने जो पोस्टर शेयर किया है, उसमें उद्धव और आदित्य के साथ बाल ठाकरे भी गायब हैं।बागी नेता एकनाथ शिंदे ने एक वीडियो ट्वीट किया है। इसमें बागी विधायक भरतशेट गोगावले कह रहे हैं कि सीएम उद्धव ठाकरे ने 2.5 साल में शिवसेना के उन विधायकों के साथ कोई बैठक नहीं की जो 2019 का चुनाव हार गए थे। इसके उलट उप मुख्यमंत्री ने उन एनसीपी उम्मीदवारों को फंड दिया जो 2019 में विधानसभा चुनाव हार गए थे।
एकनाथ शिंदे के पोस्टर से 10 दिन के भीतर बाल ठाकरे गायब हो गए हैं। 16 जून को सोशल मीडिया पर शिंदे ने एक पोस्टर शेयर किया था, जिसमें बाल ठाकरे, उद्धव और आदित्य नजर आ रहे हैं। वहीं रविवार को शिंदे ने जो पोस्टर शेयर किया है, उसमें उद्धव और आदित्य के साथ बाल ठाकरे भी गायब हैं।बागी नेता एकनाथ शिंदे ने एक वीडियो ट्वीट किया है। इसमें बागी विधायक भरतशेट गोगावले कह रहे हैं कि सीएम उद्धव ठाकरे ने 2.5 साल में शिवसेना के उन विधायकों के साथ कोई बैठक नहीं की जो 2019 का चुनाव हार गए थे। इसके उलट उप मुख्यमंत्री ने उन एनसीपी उम्मीदवारों को फंड दिया जो 2019 में विधानसभा चुनाव हार गए थे।
शिंदे गुट फ्लोर टेस्ट का सामना करने को तैयार
एकनाथ शिंदे खेमे के विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि किसी भी समय महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहले एकनाथ शिंदे समूह को मान्यता दी जानी चाहिए। हम महा विकास अघाड़ी सरकार के साथ नहीं जाएंगे। एक से दो विधायक और आएंगे और हमारे साथ जुड़ेंगे। उनके समर्थन और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ हमारी संख्या 51 हो जाएगी। हम 3-4 दिनों में किसी निर्णय पर पहुंचेंगे जिसके बाद हम सीधे महाराष्ट्र वापस जाएंगे।
एकनाथ शिंदे खेमे के विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि किसी भी समय महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहले एकनाथ शिंदे समूह को मान्यता दी जानी चाहिए। हम महा विकास अघाड़ी सरकार के साथ नहीं जाएंगे। एक से दो विधायक और आएंगे और हमारे साथ जुड़ेंगे। उनके समर्थन और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ हमारी संख्या 51 हो जाएगी। हम 3-4 दिनों में किसी निर्णय पर पहुंचेंगे जिसके बाद हम सीधे महाराष्ट्र वापस जाएंगे।
पवार के घर भी कानूनी मसलों पर राय मशविरा
इधर, शरद पवार के घर पर भी कानूनी मसलों को लेकर राय-मशविरा जारी है। सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में इस बात पर डिस्कस किया जा रहा है कि डिप्टी स्पीकर के पास क्या विकल्प है?
भाजपा ने शिंदे के साथ धोखा किया
शिवसेना के मुखपत्र में संजय राउत ने लिखा- 2019 में उद्धव ठाकरे ने शिंदे को सीएम बनाने का वचन दिया था, लेकिन भाजपा ने ढाई साल वाला करार तोड़ दिया, जिस वजह से शिंदे मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। राउत ने आगे लिखा- हॉर्स ट्रेडिंग का गंदा खेल खेला जा रहा है। अगर भाजपा में इसमें शामिल होती है, तो महाराष्ट्र की जनता माफ नहीं करेगी।
शिवसेना के मुखपत्र में संजय राउत ने लिखा- 2019 में उद्धव ठाकरे ने शिंदे को सीएम बनाने का वचन दिया था, लेकिन भाजपा ने ढाई साल वाला करार तोड़ दिया, जिस वजह से शिंदे मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। राउत ने आगे लिखा- हॉर्स ट्रेडिंग का गंदा खेल खेला जा रहा है। अगर भाजपा में इसमें शामिल होती है, तो महाराष्ट्र की जनता माफ नहीं करेगी।
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