सात दुकानो के बीज लायसेंस निलंबित
जिले मे अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही, गुणवत्ताहीन निकले थे सेम्पल
बांधवभूमि, मध्यप्रदेश
उमरिया
जिले मे गुणवत्ताहीन बीज विक्रेताओं के विरूद्ध कृषि विभाग द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए सात दुकानो के लायसेंस निलंबित कर दिये गये हैं। बताया गया है कि ये दुकानदार अमानक क्वालिटी के बीज बेंच रहे थे। जिसकी शिकायत मिलने के बाद किसान कल्याण कृषि विकास विभाग के उप संचालक खेलावन डेहरिया ने निरीक्षकों को कार्यवाही के निर्देश दिये थे। अधिकारियों द्वारा इस दौरान कुल सात संस्थानो से बीज के नमूने लेकर जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे गये। जहां से बीजों के गणवत्ताहीन होने की रिपोर्ट आई। इस रिपोर्ट के आधार पर संबंधित विक्रेताओं को सूचना पत्र जारी किया गया। उप संचालक श्री डेहरिया ने बताया कि उक्त सात संचालकों मे से 5 ने पत्र का जवाब दिया। जबकि दो ने इसका उत्तर देना भी मुनासिब नहीं समझा। 5 दुकानदारों का जवाब समाधानकारक नहीं पाये जाने एवं दो द्वारा उत्तर नहीं देने के कारण सभी विक्रेताओं के लायसेंस निलंबित कर दिये गये हैं।
इन दुकानदारों पर गिरी गाज
बताया गया है कि कृषि विभाग द्वारा मे. सतीष बीज भंडार ग्राम बिलासपुर से मक्का, मे. कृषि विकास केन्द्र ग्राम चिल्हारी से धान, मे. महाकाल बीच भंडार से तिल, मे शक्ति सीड सप्लाई उमरिया से धान, मे. लक्ष्मी बीज भंडार मानपुर से धान, मे. गुप्ता कृषि केन्द्र पाली से धान तथा मे. शर्मा बीज भंडार करकेली से धान बीज के सेम्पल लिये गये थे, जो अमानक पाये गये। जिसके बाद उक्त सभी दुकानो का लायसेंस निलंबित कर दिया गया है।
किसानो के सांथ धोखाधड़ी
गौरतलब है कि जिले मे बीज सप्लाई के कार्य मे धोखाधड़ी का सिलसिला काफी पुराना है। कई दुकानदार प्रतिष्ठित कम्पनियों के नाम पर लोकल माल बेंचने के गोरखधंधे मे लगे हुए हैं। किसानो और उनकी दयनीय माली हालत से उनका कोई लेना-देना नहीं है। धंघेबाजों के झांसे मे आने के बाद किसान कर्ज लेकर बीज और खाद जमीन मे उड़ेल देते हैं, परंतु प्रोडक्शन न मिलने के बाद उन्हे पता चलता है कि माल तो नकली था। ऐसे मे उनकी पूंजी और मेेहनत, सब कुछ मिट्टी मे मिल जाता है। जानकारों का मानना है कि इनमे से कई कारोबारी रसूखदार हैं, जिनकी ऊपर तक पकड़ है। इसके बावजूद विभाग ने पहली बार उनके गिरेबान पर हांथ डालने की जुर्रत की है।
जारी रहेगी कार्यवाही
किसानो को सही एवं मानक बीज-खाद उपलब्ध कराना विभाग की पहली प्राथमिकता है। वे कड़ी मेहनत से अपना सब कुछ दांव पर लगा कर खेती करते हैं लकिन सामग्री गुणवत्ताहीन होने से उन्हे भारी नुकसान उठाना पड़ता है। जिले मे इस तरह की मुहिम आगे भी लगातार चलती रहेगी। जांच मे अमानक खाद-बीज बेंचने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
खेलावन डेहरिया
किसान कल्याण, कृषि विकास विभाग, उमरिया