सभ्यता एवं संस्कृति ने किया मानव और उसके अधिकारों का संरक्षण
मानव अधिकार दिवस पर महाविद्यालय मे कार्यक्रम का आयोजन
बांधवभूमि न्यूज, तपस गुप्ता
मध्यप्रदेश
उमरिया
बिरसिंहपुर पाली। मानवाधिकार दिवस पर स्थानीय शासकीय महाविद्यालय मे राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा कार्यक्रम का आयोजन मां सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। तत्पश्चात महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना की गई। समारोह के मुख्य अतिथि एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरके झा ने कहा कि मानवाधिकार प्राचीन समय से ही भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहे हैं। सभ्यता एवं संस्कृति ने हमेशा से ही मानव एवं उसके अधिकारों का संरक्षण व पोषण किया है। कालांतर मे इसमे और विकास हुआ एवं आधुनिक काल मे मानवाधिकार आम आदमी के हितों के संरक्षण के साक्षी बन गये। अपने उद्बोधन मे डॉ गंगाधर ढोके ने मानव अधिकारों के साथ-साथ मूल कर्तव्यों पर भी प्रकाश डाला। राजनीति शास्त्र विभाग की डॉ. रितु सेन ने मानवाधिकारों की संवैधानिक पृष्ठभूमि एवं मूल अधिकारों पर चर्चा की। जबकि सहायक प्राध्यापक हरलाल अहिरवार, अनुभव श्रीवास्तव एवं डॉ. त्रिभुवन गिरी इत्यादि ने मानवाधिकारों की महत्ता एवं वर्तमान समय मे इनकी प्रासंगिकता पर विद्यार्थियों को जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन कर रहे अंग्रेजी विभाग के डॉ. मंसूर अली ने मानवाधिकारों एवं भारतीय संविधान मे प्रदत्त मूल अधिकारों के विषय मे अपने विचार रखे। आभार प्रदर्शन डॉ. शाहिद सिद्दीकी द्वारा किया गया। इस दौरान डॉ. नरेश प्रसाद शुक्ला, डॉ. मनीषा अग्रवाल, क्रीड़ा अधिकारी शमशेर अली, बालेंद्र यादव महाविद्यालयीन स्टाफ एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।