मुंबई । धनशोधन मामले में शिवसेना नेता राज्यसभा सदस्य संजय राउत की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। सोमवार को फिर से संजय राउत की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया। इसके साथ ही उनकी जमानत याचिका पर 21 सितंबर को सुनवाई होगी। दरअसल, राउत को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय राउत की जमानत याचिका का लगातार विरोध कर रहा है। प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि पात्रा चॉल पुनः विकास परियोजना से जुड़े धनशोधन मामले में शिवसेना नेता की महत्वपूर्ण भूमिका है। ईडी के मुताबिक इस मामले में संजय राउत ने पर्दे के पीछे से काम किया है। पीएमएलए कोर्ट में राउत ने जमानत अर्जी दी है। संजय राउत का दावा है कि राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। जबकि ईडी इससे साफ तौर पर इंकार कर रहा है। इससे पहले 5 सितंबर को भी राउत की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ाया गया था। शिवसेना के राज्यसभा सांसद राउत पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी हैं। इसकारण ठाकरे भी लगातार संजय राउत के पक्ष में खड़े दिखाई दे रहे हैं। 60 वर्षीय संजय राउत को 1 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान संजय राउत ने साफ तौर पर कहा था कि वह डरने वाले नहीं हैं। इस मामले में संजय राउत की पत्नी से भी लगातार पूछताछ की गई है।
संजय राउत की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ी
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