खबर का असर: बांधवभूमि की खबर के बाद टीबीसीएल ने शुरू किया रोड मरम्मत का काम
शोर मचा तो चुपडऩे लगे डामर
उमरिया। बिना किसी निर्माण और मरम्मत के वर्षो से धमोखर मे बैरियर स्थापित कर टोल टेक्स वसूल रही टीबीसीएल कम्पनी ने दैनिक बांधवभूमि द्वारा आवाज उठाने के बाद आनन-फानन मे रोड पर डामर चुपडऩे का काम शुरू कर दिया है। हलांकि इसमे भी कम्पनी कलाकारी ही कर रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रिपेयरिंग के नाम पर कम्पनी सिर्फ गड्ढे ही भर रही है। इसमे ना तो लेवलर और नां ही रोलर का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं एमपीआरडी के अधिकारी अभी भी ठेकेदार द्वारा किये जा रहे घटिया कार्य को मूक समर्थन दिये पड़े हैं।
हो रही अवैध वसूली
उल्लेखनीय है कि एमपीआरडीसी द्वारा सतना-उमरिया मार्ग का निर्माण कई वर्ष पूर्व कराया गया था। इसी के सांथ निर्माण एजेन्सी टीबीसीएल ने धमोखर के पास अपना टोल नाका गाड़ लिया। एजेन्सी उमरिया से मैहर सतना जाने वाले वाहनों से टोल टेक्स तो वसूल ही रही थी। उसके द्वारा ताला, मानपुर, पनपथा आदि को जाने वाले वाहनो से भी पैसे लिये जा रहे थे। जबकि परासी मोड़ के आगे का मार्ग उसके द्वारा बनवाया ही नहीं गया था।
सेटिंग से बनाया काम
इसकी शिकायत होने पर शासन ने टोल बैरियर पर रोक लगा दी परंतु ठेकेदार ने सेटिंग करके इसे फिर से चालू करा लिया। इस दौरान टीबीसीएल ने कहीं भी रोड की मरम्मत तक नहीं कराई पर वाहनो से पैसा बदस्तूर लिया जाता रहा। वर्षो तक लाखों रूपये की कमाई के बावजूद ठेकेदार द्वारा रिपेयरिंग न कराने के कारण सड़क बर्बाद हुई जा रही थी। इस फर्जीवाड़े को संबंधित विभाग की पूरी तरह शह होने के कारण जहां आवागमन करने वाले वाहनो की फजीहत हो रही थी वहीं उन्हे जर्जर सड़क के बावजूद टोल टेक्स देना पड़ रहा था।
उठाई लोगों की आवाज
लोगों की परेशानी को देखते हुए लोकप्रिय समाचार पत्र बांधवभूमि द्वारा अपने 23 सितंबर के अंक मे इस समस्या को प्रमुखता से उठाया, तब जाकर विभाग और ठेकेदार की नींद खुली और अंतत: बड़ेरी के पास मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है। मरम्मत का कार्य पूरी सड़क मे चलेगा या केवल दिखावे के लिये यह कुछ जगहों तक ही सीमित रहेगा, इसका पता तो आने वाले समय मे ही चल सकेगा।
शोर मचा तो चुपडऩे लगे डामर
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