चुनाव आयोग ने एकनाथ को माना असली शिवसेना
नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने एकनाथ शिंदे की टीम को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दे दी है। आयोग ने शुक्रवार को शिवसेना का तीर-कमान चुनाव चिह्न भी शिंदे गुट को दे दिया है। इस फैसले के बाद उद्धव ठाकरे शिवसेना गुट को करारा झटका लगा है। उद्धव ठाकरे को अपनी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न दोनों खो दिया है।
चुनाव आयोग ने उद्धव गुट की पार्टी का संविधान अलोकतांत्रिक निरूपित किया है। इसमें पदाधिकारियों को बिना किसी के चुनाव के नियुक्त करने शिवसेना के मूल संविधान में अलोकतांत्रिक तरीकों को गुपचुप तरीके से वापस लाने से पार्टी को निजी जागीर बताया है।इसी के साथ महाराष्ट्र में शिवसेना से अब उद्धव गुट की दावेदारी चुनाव आयोग के निर्णय से खत्म मानी जा रही है। निर्वाचन आयोग ने दोनों धड़ों को अंधेरी ईस्ट उपचुनाव के मद्देनजर अलग-अलग चुनाव चिह्न दिया था। उद्धव गुट को मशाल चुनाव चिह्न के लिए मंजूरी मिली। इस गुट का नाम अब शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे होगा। सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में शिवसेना बनाम शिंदे गुट विवाद पर फैसला 21 फरवरी तक टाल दिया है। इस फैसले के बाद चुनाव आयोग ने ताबड़तोड़ तरीके से शिंदे गुट के पक्ष में फैसला सुना दिया है। डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच जजों की पीठ ने अभी इस संबंध में अपने फैसले को सुरक्षित रखा है। चुनाव आयोग के इस फैसले का सुप्रीम कोर्ट में क्या असर पड़ेगा इसके लिए 21 फरवरी तक इंतजार करना पड़ेगा। अभी तो चुनाव आयोग के फैसले से शिंदे गुट ही असली शिवसेना बन गई है।
चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेंगे: उद्धव ठाकरे
केंद्रीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को शिंदे गुट को शिवसेना के नाम और पार्टी के चुनाव चिह्न धनुष्य बाण से नवाजा। इसके बाद ठाकरे गुट के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रात साढ़े आठ बजे मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और राज्य भर के शिवसैनिकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि शिवसैनिकों थको मत हार मत मानो। मैं अभी थका नहीं हूं। यह लड़ाई अंत तक लड़नी है। बस हार मत मानो हार मत मानो। अब हम मैदान में आ गए हैं। उद्धव ठाकरे ने अपील की कि अब बिना जीत के पीछे नहीं हटना है. दरअसल महाराष्ट्र में चल रहे सत्ता संघर्ष के बीच आखिरकार केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना के नाम और धनुष-बाण के चुनाव चिह्न पर अपना फैसला सुना दिया है. इससे शिवसेना ठाकरे के हाथ से लगभग निकल ही गई है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना का नाम और धनुष बाण चिन्ह दिया है। जिसके बाद राज्य की राजनीति में गहमागहमी का माहौल है। इस मामले पर ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रतिक्रिया दी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उद्धव ठाकरे ने पलटवार किया. उन्होंने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चोर कहा। उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग ने गोबर खा लिया है. उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि ठाकरे गुट चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगा. आज शुक्रवार था। इसलिए अभी कोई फैसला नहीं लिया जा सकता है। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि हम इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जरूर जाएंगे. उद्धव ठाकरे ने कहा कि चुनाव आयोग ने यह परिणाम सिर्फ नगर निगम चुनाव कराने के लिए दिया है. चोर को शाही मान्यता दी गई है। धनुष-बाण की चोरी शिंदे गुट को हजम नहीं होगी। उन्होंने भविष्यवाणी की कि अगले दो महीनों में चुनावों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को यह घोषणा करनी चाहिए कि देश में तानाशाही है। आज का परिणाम अप्रत्याशित था। उन्होंने यह भी कहा है कि लोग उनसे बदला लेंगे।