वन कर्मियों ने रोका तो आरोपी ने कर दी मारपीट मामला दर्ज
शहडोल। जंगल की जमीन में अवैध कब्जा रोकने गए वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटना सामने आई है, वन विभाग के कर्मचारियों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा व अन्य धाराओं पर मामला दर्ज कर लिया है।
जिले के सीधी थाना क्षेत्र के महुआ टोला गांव में सुरेश दुबे के द्वारा वन भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा था। जिसकी जानकारी बीट गार्ड नारायण प्रसाद यादव एव रमजान मोहम्द को ग्रामीणों ने दी थी , अवैध कब्जा रोकने के लिए दोनों वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और सुरेश दुबे के द्वारा किए जा रहे वन भूमि पर अवैध कब्जा को रोकने के लिए उसे कहा गया, जिससे सुरेश दुबे नाराज हो गया और बात विवाद करते हुए पत्थर व ईट से वन विभाग के कर्मचारियों को गाली गलौज करते हुए मारपीट कर दी है। बीट गार्ड की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी सुरेश दुबे पर शासकीय कार्य में बाधा व अन्य धाराओं पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सहायक उपनिरीक्षक नागेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि वन कर्मियों के साथ मारपीट की घटना हुई है, शिकायत पर आरोपी के विरुद्ध गंभीर धाराओं पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। वन कर्मियों को चोट भी आई है जिनका मेडिकल कराया गया है ,धाराएं और भी बढ़ाई जाएंगी आरोपी की तलाश पुलिस कर रही है आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से फरार है।
क्रेडिट कार्ड बंद करने के नाम पर हुई हजारो की ठगी
एसबीआई की कर्मचारी पर ठगों से शामिल होने का आरोप, थाने मे पीड़ित ने दर्ज कराई शिकायत
शहडोल। भारतीय स्टेट बैंक शाखा शहडोल द्वारा प्राप्त किया गया क्रेडिट कार्ड एक उपभोकता के लिए मुसीबत का सबब बन गया। पहले तो क्रेडिट कार्ड के प्रोसेस चार्ज के नाम पर खातें से रुपए कटने लगे। जिसके बाद परेशान उपभोकता दीपक गुप्ता 48 निवाशी जमुआ थाना सोहगपुर ने कार्ड को बंद कराने बीते माह मार्च मे बैंक शाखा जाकर आवेदन किया। जिस पर वहाँ मौजूद बैंक कर्मचारी प्रीती यादव ने बताया की हम ने प्रक्रिया कर दी है अब आपको क्रेडिट कार्ड कास्टमर केयर से काल आऐगा तो आप उनके पूछे सवालों का जवाब दे दीजियेगा, जिसके बाद आपका क्रेडिट कार्ड बंद हो जाऐगा। इसके बाद
29 मार्च को दीपक गुप्ता के मोबाइल मे एक फोन आया। काल करने वाले व्यक्ति ने अपने को एसबीआई क्रेडिट कार्ड कास्टमर केयर का कर्मचारी बताया और क्रेडिट कार्ड बंद करने की बात पूछी। जिस पर दीपक गुप्ता ने कहा की हां मेरा कार्ड बंद कर दिजिए. इसके बाद काल करने वाले व्यक्ति ने कार्ड का नंबर मंगा और फ़िर ओटीपी भी ली। एक नम्बर भी दिया जिसे डायल करने को कहा गया उस नंबर को डायल करते ही उपभोक्ता का मोबाइल बंद हो गया। लेकिन ज़ब तक दुबारा मोबाइल चालु होता उपभोकता श्री गुप्ता के बैंक एकाउंट से पहले बार मे 45 हजार और फिर 17 सौ रूपए कट गया।तब उन्हें अहसास हुआ की वह ठगी का शिकार हो गए है. जिसके बाद उन्होंने इसकी लिखित शिकायत थाने मे दर्ज कराई।श्री गुप्ता ने आरोप लगाया है की यह जलसाजी बैंक कर्मचारी प्रीती गुप्ता की मिली भगत से की गयी है।
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