लुधियाना में सीवरेज टैंक से मिली नोटों की गडि्डयां

ATM कैश कंपनी से लूटकर यहां छुपाए 50 लाख, पुलिस को निकालकर धोने पड़े\

लुधियानापंजाब के लुधियाना में पुलिस ने सीवरेज के सेप्टिक टैंक से 500 रुपए के नोट वाले 50 लाख रुपए बरामद किए हैं। यह रकम लुधियाना की ATM कैश कंपनी CMS से हुई 8.49 करोड़ का हिस्सा थी। लूट की मास्टरमाइंड मनदीप मोना के पार्टनर मनजिंदर मनी ने गांव अब्बूवाल में यह रुपए छिपा रखे थे। उसने इन रुपयों को ईंटों से बांधकर सेप्टिक टैंक में छुपा दिया।पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की तो यह रकम बरामद की गई। पुलिस कर्मचारियों ने सीवरेज से रुपए निकालकर उन्हें पानी में धोकर जब्त किया। मनजिंदर मनी से पुलिस अभी तक डेढ़ करोड़ बरामद कर चुकी है। वह इसी कंपनी में 4 साल से नौकरी कर रहा है।वहीं इस मामले में पुलिस ने सातवें आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी नरिंदर सिंह उर्फ हैप्पी को कोठे हरि सिंह, अगलाड़ लोपे कलां जगराओं से पकड़ा गया। नरिंदर सिंह से पुलिस ने लूट के 25 लाख रुपए बरामद किए हैं।इसके साथ पुलिस फरार मास्टरमाइंड मनदीप कौर के मायके और ससुराल पक्ष से भी पूछताछ करेगी। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें पंजाब के अलावा दूसरे राज्यों में दबिश दे रही हैं। कंपनी से जो 5 DVR गायब हुए हैं, वह भी उसी के पास हैं।
आरोपियों को पकड़ने में 1 करोड़ खर्च
लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिद्धू ने कहा कि अब तक आरोपियों को पकड़ने के लिए करीब 1 करोड़ के करीब रुपए खर्च हो चुके हैं। इसके साथ पैसों की खोज के लिए कर्मचारियों को सीवरेज लाइनों में घुसना पड़ा।आरोपियों ने वारदात वाले दिन काले कपड़े पहनने की योजना बनाई थी, ताकि रात के समय कुछ नजर ना आए। इसमें से कुछ ने ही काले कपड़े पहने थे। उन्होंने कहा कि मामले को सुलझाने में जितना भी खर्च आ रहा है, उसे कंपनी से ही वसूलने के लिए DGP से चर्चा चल रही है।
मोना-मनी ने गैंग बनाकर की लूट
इस लूट के मास्टरमाइंड मनदीप कौर मोना और मनजिंदर बनी है। मनी ने मोना को बताया कि CMS कंपनी में सारा सिक्योरिटी सिस्टम जुगाड़ू है। 9 जून को वहां कैश ज्यादा हो गया तो मनी ने इसकी मुखबिरी मोना को की। मोना ने 8 और अरोपियों को साथ लिया और सभी ने रात डेढ़ बजे कंपनी में लूटपाट की। करीब 60 घंटे बाद पुलिस ने इस वारदात को सुलझा लिया और इस मामले में अब तक 7 लुटेरे गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
ऐसे मिला लूट का सुराग
पुलिस को लूट के बाद कैश वैन मुल्लापुर के पंडोरी गांव में मिली। इसके बाद इनपुट मिला कि लुटेरे यहीं छुपे हुए हैं। पुलिस ने वहां ट्रैप लगा दिया। जब मनजिंदर मनी अपने 2 साथियों के साथ रुपयों का छुपाया बैग उठाने आया तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मनी पहले से पुलिस के रडार पर था। असल में लूट के बाद रकम को कंपनी की कैश वैन में ले जाया गया। जिस वक्त वैन कंपनी से बाहर निकली तो उसकी फ्लिकर लाइट जली। जिसके बारे में सिर्फ ड्राइवर को ही पता होता है। इसी वजह से पुलिस उस पर नजर रख रही थी। मनी व उसके 2 साथियों से पूछताछ के बाद पूरी वारदात का खुलासा हो गया।
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