रोड का बना दिया पट्टा
राजस्व अमले की करामात, थम नहीं रहा घोटालों का सिलसिला
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। तहसील क्षेत्र अंतर्गत तैनात राजस्व अमले द्वारा भू माफियाओं से मिलीभगत कर सरकारी जमीनो की हेराफेरी का सिलसिला थमता दिखाई नहीं दे रहा। ताजातरीन मामला उप तहसील बरबसपुर के तहत आने वाले पटवारी हल्का गुरूवाही का है, जहां अमले ने एक सरकारी रोड का ही पट्टा बना डाला। बात तब खुली जब पट्टाधारी व्यक्ति ने सरकारी मद से बनी सड़क को खोदवाना शुरू कर दिया। बताया गया है कि पटवारी हल्का के ग्राम कुचवाही के खसरा नंबर 1 से 90 की जमीन वर्षो से शासकीय मद मे दर्ज चली आ रही थी। इतना ही नहीं इस पर ग्राम पंचायत द्वारा आम निस्तार के लिये साल 2009 मे 5 लाख रुपये खर्च कर रोड भी बनाई गई थी। जिसे दबंगो ने जेसीबी से खोद कर आराजी को अपने कब्जा मे ले लिया है। जिससे ग्रामीणो को आने-जाने मे भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने घटना की शिकायत पटवारी, तहसीलदार से लेकर जनपद सीईओ मानपुर तक की गई पर कहीं कोई सुनवाई आज तक नही हुई है।
शासकीय मद मे दर्ज थी जमीन
बताया गया है कि राजस्व रिकार्ड मे उक्त भूमि वर्ष 2009 तक शासकीय मद मे दर्ज थी। साल 2017 आते-आते राजस्व अमले की कृपा से यह न सिर्फ रमाकांत चतुर्वेदी के नाम ट्रांसफर हो गई, बल्कि नक्शा भी तरमीम भी कर दिया गया। तथाकथित भूमि स्वामी तीन सालों तक इस राज को छिपाये रहे। फिर अचानक उनके द्वारा जमीन पर अपना हक जताते हुए मनरेगा के तहत सरकारी पैसे से बने आम रास्ते को उखड़वा दिया गया। सवाल उठता है कि जो जमीन सरकारी थी, वह निजी स्वामित्व की कैसे हो सकती है। इसका खुलासा तो जांच के बाद ही हो सकेगा।
हो चुके हैं कई घोटाले
उल्लेखनीय है कि मानपुर तहसील मे लंबे समय से शासकीय भूमि को खुर्दबुर्द करने का खेल चल रहा है। इस फर्जीवाड़े मे देश के बड़े शहरों से लेकर स्थानीय भू माफिया शामिल हैं। जानकारी मिली है कि धांधलीबाजों के द्वारा पहले तो थोड़ी-बहुत निजी जमीने खरीदी जाती हैं, फिर आसपास की सरकारी आराजी पर अवैध कब्जा कर लिया जाता है। अभी भी सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीने माफियाओं के कब्जे मे हैं। कई मामलों मे तो राजस्व अधिकारियों के खिलाफ मामले भी विचाराधीन हैं।