चुनाव प्रचार पर लॉकडाउन जारी, क्योंकि 6 दिन में UP में 150% और पंजाब में 112% डेली केस बढ़े
नई दिल्ली। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रचार में ढील दी जानी चाहिए या नहीं, इस पर चुनाव आयोग की समीक्षा का नतीजा आ गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर आयोग ने फैसला लिया है कि रैलियों पर रोक 22 जनवरी तक जारी रहेगी। इसके साथ ही पार्टियों की इनडोर मीटिंग में 300 लोगों या हॉल की क्षमता के 50% लोगों को शामिल किए जाने की छूट दी गई है। 8 जनवरी को चुनाव तारीखों का ऐलान करते हुए आयोग ने प्रत्यक्ष प्रचार पर रोक लगा दी थी, सिर्फ सोशल मीडिया पर कैम्पेन करने की इजाजत दी गई थी।
चुनावी राज्यों में बढ़ रहा है कोरोना
बीते छह दिन में कोरोना के ट्रेंड पर नजर डालें तो चुनाव वाले दो बड़े राज्य उत्तर प्रदेश और पंजाब में ही कोरोना बेतहाशा बढ़ा है। उत्तर प्रदेश में 8 जनवरी को 6401 केस आए थे, जो 14 जनवरी तक बढ़कर 15975 हो गए, यानी इनमें 150% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऐसे ही पंजाब में 8 जनवरी को 3560 केस दर्ज किए गए थे, जो 14 जनवरी को 7552 हो गए, यानी इनमें 112% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऐसे में बंदिशें कम करने की बजाय बढ़ाने की जरूरत है।
देश में कोरोना के 14.10 लाख एक्टिव केस
देश में शुक्रवार को 2 लाख 67 हजार 331 नए कोरोना संक्रमित मिले। 1 लाख 22 हजार 311 लोग ठीक हुए जबकि 398 लोगों की मौत हुई। इस तरह एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 1 लाख 44 हजार 662 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। फिलहाल देश में 14.10 लाख एक्टिव केस हैं। तीसरी लहर में एक्टिव केस पहली बार 14 लाख के पार पहुंचा है।
भोपाल की संक्रमण दर इंदौर से ज्यादा
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। २४ घंटे में ५३१५ नए मरीज मिले हैं। पिछले सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के ७ जिलों में पॉजिटिविटी दर १० प्रतिशत से ज्यादा है। इंदौर में संक्रमितों की संख्या ज्यादा है, तो भोपाल में संक्रमण दर में आगे है। इस दौरान उज्जैन ३६.८८ प्रतिशत पॉजिटिविटी दर के साथ टॉप रहा। प्रदेश में शुक्रवार को पॉजिटिविटी दर ६.६७ प्रतिशत रही। वहीं, रिकवरी दर ९५.६३ पहुंच गई है। २४ घंटे र्में ११८६ मरीज ठीक हुए। अभी प्रदेश में २५ हजार ५२३ एक्टिव केस हैं। अब तक कोरोना के कारण १० हजार ५४३ लोगों की मौत हो चुकी है।