चंडीगढ़। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार नव-निर्मित सचिवालय-भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को डिग्रियां बांटीं। इस अवसर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित, सांसद किरण खेर, सलाहकार धर्मपाल और मेयर सरबजीत कौर भी उपस्थित रहीं।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सेक्टर-9 स्थित नव-निर्मित सचिवालय-भवन में करीब 15 मिनट तक रहीं। उन्होंने सचिवालय की नई इमारत के उद्घाटन के साथ तीन अन्य प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन किया। इसमें किशनगढ़ के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और धनास की लेक में बनाए गए फ्लोटिंग सोलर पैनल प्रोजेक्ट शामिल रहे। उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति ने इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर जाकर व्यवस्थाओं को देखा। सचिवालय की नई इमारत करीब 78 करोड़ रुपये की लागत में बनकर तैयार हुई है। इसमें 6 फ्लोर हैं। इसमें ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन, क्रेच और वेटिंग एरिया होगा। पहले फ्लोर पर चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित और उनके सलाहकार धर्मपाल का दफ्तर होगा। दूसरे फ्लोर पर गृह सचिव, तीसरे फ्लोर पर वित्त सचिव, चौथे फ्लोर पर स्वास्थ्य व शिक्षा सचिव के दफ्तर होंगे। पांचवें फ्लोर पर प्रशासन के कई अन्य विभाग होंगे और छठे फ्लोर पर लाइब्रेरी और कैंटीन की सुविधा होगी। नव-निर्मित सचिवालय-भवन को सेक्टर-19 स्थित पर्यावरण भवन की तर्ज पर बनाया गया है। यह सोलर पावर प्लांट के साथ ही भूकंपीय क्षमता से निपटने में युक्त होगी। साथ ही इसमें हाई परफॉरमेंस ग्लास, एनर्जी एफिशिएंट लाइटिंग, एयर कंडीशनिंग, ऑर्गेनिक वेस्ट कंपोस्टिंग लगाया गया है। इसके सभी फीचर्स को सेंट्रली मॉनिटर किया जाएगा। काम पूरा होने के बाद ही यूटी के सभी विभाग एक बिल्डिंग में ही आ जाएंगे। जिसमें आबकारी व कराधान, समाज कल्याण, लीगल मेट्रोलॉजी, स्वास्थ्य, स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड और ऑफिस ऑफ ब्लॉक डेवलपमेंट व पंचायत ऑफिसर शामिल हैं।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में बांटीं डिग्रियां
Advertisements
Advertisements