राखी बांधने के लिये 2 घंटे 11 मिनट

राखी बांधने के लिये 2 घंटे 11 मिनट

भ्रद्रा खत्म होने के बाद आज रात्रि 9.02 से 11.13 तक रहेगा शुभमुहूर्त

बांधवभूमि, उमरिया
भाई-बहन के प्रेम और सद्भावना का प्रतीक पावन पर्व रक्षाबंधन आज बेहद भावपूर्ण वातावरण मे मनाया जायेगा। इस मौके पर दूर-दूर से आई बहने अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधेंगी। बदले मे भैया उन्हे रक्षा का वरदान देंगे। नक्षत्रों की चाल के कारण इस बार रक्षाबंधन का मुहूर्त बेहद कम समय रहेगा। ज्योतिषाचार्यो मे पिछले कई दिनो से इसे लेकर मंथन चल रहा था। जिसके बाद निकल कर आये शुभ बेला काल के अनुसार आज 30 अगस्त 2023, बुधवार को प्रदोष काल मे भद्रा छोड़ कर रात्रि 9.02 से रात्रि 11.13 तक रक्षाबंधन का श्रेष्ठ मुहूर्त है।

क्यों बन रही है यह दशा
छत्तीसगढ़ रायपुर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित चंदन शर्मा के अनुसार त्रिमुहूर्त व्यापिनी भद्रा दोष से रहित श्रावण पूर्णिमा तिथि मे ही रक्षाबंधन पर्व शास्त्र सम्मत माना गया है। 30 अगस्त को पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ से ही भद्रा है। जबकि 31 तारीख को पूर्णिमा मात्र 01 घटी 52 पल है, जो त्रिमुहूर्त से कम है। इसलिए 30 अगस्त को भद्राकाल मे रात 9.02 से 11.13 बजे तक ही राखी बांधना शुभ है। उनका कहना है कि 31 अगस्त को त्रिमुहूर्त के अभाव मे रक्षाबंधन नहीं किया जा सकता।

वर्जित हैं मांगलिक कार्य
ज्योतिष के जानकार पं. चंदन शर्मा के अनुसार नक्षत्रों मे भद्रा का हमेशा विशेष ध्यान रखा जाना चाहिये। इस अशुभ समय मे रक्षाबंधन ही नहीं अपितु अन्य कोई भी शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं। पौराणिक मान्यता है कि भद्रा भगवान सूर्य और छाया की पुत्री अर्थात शनि देव की बहन है। जब इसका जन्म हुआ तो वह सारी सृष्टि को ही निगलने वाली थी। उसने हवन, यज्ञ और पूजा-पाठ इत्यादि मांगलिक कार्यों मे भी विघ्न उत्पन्न किये थे। इसलिए सृष्टि के आरंभ से ही भद्राकाल मे समस्त शुभ कार्य वर्जित हैं।

बाजार में रही चहल-पहल

रक्षाबंधन पर्व के एक दिन पूर्व मंगलवार को जिले के बाजार ग्रांहकों से गुलजार रहे। विशेषकर राखियों, मिठाईयों, कपड़ा और किराने की दुकानो पर भारी भीड़ उमड़ी। बहनों ने अपनी पसंद के अनुसार भाइयों की कलाई सजाने के लिए राखियां खरीदीं। वहीं भाई भी बहन के लिए सरप्राइज गिफ्ट खोजते दिखे।

मेंहदी लगवाने की रही होड़
रक्षाबंधन के त्यौहार पर बहनों ने सजने संवरने में भी कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी। बाजार में मेंहदी लगवाने की होड़ मच गई तो ब्यूटी पार्लर पर भी महिलाओं और युवतियों की कतार रही।

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