प्रेम के त्यौहार पर कोरोना का बंधन
बहनो के लिये लॉक रहेंगे जेल के दरवाजे, फोन पर कराई जायेगी बात
उमरिया। भाई और बहन के असीम प्यार और दुलार का प्रतीक पावन पर्व रक्षाबंधन आज जिले भर मे पारंपरिक श्रद्धा, विश्वास और उत्साह के सांथ मनाया जायेगा। इस मौके पर बहने अपने भाईयों को चंदन-टीका कर उनकी आरती उतारेंगी। हाथों मे प्रेम का बंधन बांधेंगी और भैया बदले में उन्हे जीवन भर की सुरक्षा का वचन देंगे।
सूनी रहेंगी बंदियों की कलाई
रक्षाबंधन पर हर वर्ष बहने जेल मे बंद भाईयों को राखी बांधने पहुंचती हैं, पर कोरोना संक्रमण के कारण इस बार ऐसा नहीं हो सकेगा। जेल प्रशासन का कहना है कि कोरोना वायरस एवं सोशल डिस्टेसिंग के चलते यह निर्णय लिया गया है। अत: इस साल बंदियों की कलाई सूनी रहेगी। जिला जेल के जेलर एमएस मरावी ने बताया बंदियों की परिजनों से बात कराने के लिए टेलीफोन सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। गौरतलब है कि रक्षाबंधन, दीपावली व होली की भाईदूज पर परिवार की महिलाओं को जेल मे बंद अपने सगे संबंधियों से मुलाकात का इंतजार रहता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इस साल उनकी यह उम्मीद टूट गई हैं।
नहीं पहुंच पाई बहने
रक्षाबंधन का पावन पर्व हर बहन के लिये खास होता है। भाई चाहे दूर रहें या पास, वे अपने सारे काम छोड़ कर उन्हे राखी बांधने जरूर जाती हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी ने त्यौहार पर ही बंधन डाल दिया है। महीनो से ट्रेनो और बसों की आवाजाही बंद हैं जिसके चलते दूर दराज रहने वाली बहने इस बार अपने भाईयों के पास नहीं आ पाई हैं। हलांकि नजदीक रहने वाली महिलाओंं को भाईयों के पास पहुंचने मे कोई दिक्कत नहीं है।
रक्षाबंधन: भाईयों की कलाई पर सजेगा बहनो का प्यार, मिलेगा रक्षा का वचन
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