शहडोल/सोनू खान। यूं तो दुनिया गोल है और हम सभी जानते हैं। हमार इस गोल दुनिया में कई ऐसे भी लोग हैं, जिनके बारे में जानकारी मिलते ही हमारा दिमाग भी गोल-गोल घूमने लगता है। हम हैरत में पड़ जाते हैं. ऐसे ही एक इंसान के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। जिसने बचपन से लकड़ी और पत्तियां खाकर पेट भर रहा है। जो लोगो के कौतूहल का विषय बना हुआ है।
यह है मामला
शहडोल जिले के कर्कटी ग्राम में रहने वाला 55 वर्षिय भूरा यादव लगभग बचपन से अनाज के साथ साथ लकड़ी व पत्तिया खा रहा है। भूरा का कहना है कि वह जंगल मवेशी चराने जाया करता था ,जहां खेल खेल में लकड़ी व पत्तिया खाया करता था, जिससे उसकी आदत पड़ती गई , और आज भी वह खा रहा है। मुख्य रूप से वह लिप्टिस की पत्तियां खाता है। जिसका उसके शरीर मे कोई साइडइफेक्ट नही है। और शायद यही कारण है कि 50 वर्ष की उम्र पर कर लिया है आज तक बीमार नही हुआ , ऐसा करते उसे लंबा अरसा बीत गया है। उसके इस कारनामे को देखने के लिए दूर दूर से लोगो आते है।
डॉक्टर ने दी सलाह
वही इस मामले के डॉक्टरों का कहना है कि यह परवर्टेड टेस्ट कहलाता है। ये एक तरह का मानसिक रोग है। जिसके चलते शख्स इस तरह की हरकत करता है । इस रोग के चलते पेट का जो स्थान है जहाँ इस तरह का भोजन करने से उनके शरीर मे कई तरह के दुष्प्रभाव हो सकते है। पेट संबधी रोग हो सकता है। अब उनकी धीरे धीरे आदत पड़ गई है । उन्हें मनोचिकित्सक डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
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