बिहार के रण मे उतरे सत्ता और विपक्ष के दिग्गज, गरमाया राजनैतिक पारा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में शुक्रवार को कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अपने स्टार प्रचारकों को भेजा। एक तरफ थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरी ओर थे राहुल गांधी। दोनों की ही पहली रैलियां थीं। मोदी ने ३ और राहुल ने २ रैलियां कीं। प्रधानमंत्री ने २४ सीटें कवर की और राहुल ने इसकी आधी १२। बोलने के मामले में भी मोदी ही आगे रहे। उन्होंने ३ रैलियों में ८९ मिनट की स्पीच दी। राहुल २ जगहों पर ४१ मिनट बोले। प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर से धारा-३७० हटने का जिक्र किया। मोदी ने कहा, ‘ये लोग (विपक्ष) कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आर्टिकल ३७० फिर लागू कर देंगे। इतना सब कहकर ये बिहार के लोगों से वोट मांगने की हिम्मत कर रहे हैं। क्या के बिहार के लोगों का अपमान नहीं है। ये लोग जिसकी चाहे मदद ले लें, देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा। राहुल गांधी ने कहा, ‘चीन की सेना ने हमारे २० सैनिकों को शहीद किया और हमारी जमीन ली, भाइयों और बहनों १२०० किमी ङ्क्षहदुस्तान की जमीन चीन ने ली है। चीन की सेना हिंदुस्तान की सीमा के अंदर है। आप बताइए चीन को हिंदुस्तान के बाहर कब फेकेंगे।
अडानी-अंबानी का रास्ता साफ कर रहे पीएम:राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज बिहार के नवादा मे चुनावी रैली की। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरु आत पीएम मोदी पर हमले के साथ की। उन्होंने चीन के सीमा विवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। साथ ही, बेरोजगारी का भी जिक्र किया। राहुल गांधी ने कहा कि जिस भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। वहां किसानों का कर्ज माफ किया गया है। मोदी अडानी और अंबानी के लिए रास्ता साफ कर रहे हैं। ऐसा ही रहा तो देश दो-तीन उद्योगपतियों के हाथ में चला जाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने किसानों पर आक्रमण करने के लिए तीन कानून बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने लोगों से पूछा कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का भाषण कैसा लगा।
देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा:मोदी
सासाराम में अपनी पहली जनसभा की शुरूआत करते हुए मोदी ने कहा- ‘बिहार ने अपने दो सपूतों को खोया है। मैं रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देता हूं। उसी तरह से रघुवंश प्रसाद ङ्क्षसह जी भी हमारे साथ नहीं हैं। यहां उन्होंने कश्मीर का मुद्दा भी उठाया। कहा, ये लोग (विपक्ष) कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आॢटकल ३७० फिर लागू कर देंगे। इतना सब कहकर ये बिहार के लोगों से वोट मांगने की हिम्मत कर रहे हैं। क्या के बिहार के लोगों का अपमान नहीं है। ये लोग जिसकी चाहे मदद ले लें, देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा। मोदी ने लालू के कार्यकाल और केंद्र में रही यूपीए सरकार का जिक्र करते हुए कहा आपने इन्हें भरोसे के साथ सत्ता सौंपी थी, लेकिन उन्होंने इसे कमाई का जरिया बना लिया। जब सत्ता से बेदखल किया, तो उनके अंदर जहर भर गया। १० साल तक यूपीए की सरकार में रहते हुए बिहार पर गुस्सा निकाला। ये लोग बिहार की हर योजना को लटकाने और भटकाने वाले हैं। १५ साल तक अपने शासन के दौरान इन्होंने बिहार को लूटा-खसोटा है।