नई दिल्ली(ईएमएस)। अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण पर एक रूपये का जुर्माना लगाया है। इस फैसले पर प्रशांत भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं फैसला मान रहा हूं, लेकिन अपने कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए चुनौती जरूर दूंगा। ये मेरा अधिकार है। प्रशांत भूषण ने कहा कि हर भारतीय मजबूत न्यायपालिका चाहता है, न्यायपालिका कमजोर हो तो देश और लोकतंत्र कमजोर होता है। मैं देश की जनता का धन्यवाद करना चाहता हूं कि जिन्होंने मेरे समर्थन में अभियान चलाया। प्रशांत भूषण ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था जो भी सजा मिलेगी उसे स्वीकार करूंगा, मुझे जेल जाने से दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे। मेरे हृदय में सुप्रीम कोर्ट के लिए पूरा सम्मान है। प्रशांत भूषण ने कहा कि मेरे ट्वीट्स का मकसद सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करना नहीं था, ये मुद्दा मेरे या सुप्रीम कोर्ट और किसी जज के खिलाफ नहीं था। इस मामले के कारण एक बार फिर लोगों का ध्यान फ्रीडम ऑफ स्पीच की ओर गया है, इस मामले में ये ऐतिहासिक साबित हुआ। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सत्य की जीत होगी। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगेंद्र यादव ने कहा कि स्वराज अभियान की ओर से देश के एनजीओ और एक्टिविस्ट से नेशनल फंड में एक रूपये देने की अपील की जाएगी, ताकि लोगों को लीगल हेल्प दी जा सके। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि अगर प्रशांत भूषण एक रूपया जमा नहीं करते हैं तो उनको तीन महीने की जेल हो सकती है और तीन साल तक प्रैक्टिस करने पर पाबंदी लगाई जा सकती है। आदेश के मुताबिक, प्रशांत भूषण को जुर्माने का एक रूपया १५ सितंबर तक जमा करना है।
मेरे हृदय मे सुप्रीम कोर्ट के लिए सम्मान:भूषण
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