मास्क नही लगाने पर लगेगा जुर्माना
जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक मे लिये गये निर्णय
उमरिया। महाराष्ट्र एव केरल मे कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता मे संपन्न जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक मे जिलावासियों से कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपाय अपनाने की अपील की गई है। बैठक मे पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल, डिप्टी कलेक्टर अनुराग सिंह, सीएमएचओ डा. राजेश श्रीवास्तव, सीएमओ नगर पालिका एसके गढपाले, एसईसीएल, अस्पताल के चिकित्सक डा. प्रतिभा पाठक, जिला व्यापार एवं उद्योग संघ के अध्यक्ष राकेश प्रताप सिंह, कार्यपालन यंत्री विद्युत मण्डल नामदेव, जिला कमाण्डेंट सीएस उरवेती, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जीएस तेकाम, अनुविभागीय अधिकारी वन श्री चौधरी, नोडल अधिकारी अनिल सिंह उपस्थित रहे। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु मास्क अनिवार्य रूप से लगाने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करनें, भीड़ भाड़ से दूर रहनें, सेनेटाईजर का उपयोग करनें की अपील जिलावासियो से की है। उन्होने कहा कि अब नगरीय क्षेत्रों मे मास्क का उपयोग नही करने वाले लोगो पर जुर्माना लगाया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि बांधवगढ नेशनल पार्क मे आने वालें पर्यटकों को भी कोरोना संक्रमण से बचाव के नियम अपनानें होगे। वहां संचालित रिसोर्ट के कर्मचारियों एवं पर्यटकों तथा वाहन चालकों को भी कोरोना संक्रमण से बचाव के निर्देश दिए गए है। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के नियंत्रण हेतु पुलिस, राजस्व तथा स्थानीय प्रशासन के दल आकस्मिक निरीक्षण करेगे तथा नियमों का पालन नही करने पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
महाविद्यालय मे किया गया स्वच्छता अभियान
उमरिया। शासकीय महाविद्यालय उमरिया मे राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान मे स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें संस्था के संरक्षक प्राचार्य डॉ. सीबी सोदिया के मार्गदर्शन मे राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अरविंद शाह बरकड़े ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के साथ मिलकर स्वच्छता कार्य महाविद्यालय परिसर मे कराया गया है एवं स्वयं सेवकों द्वारा स्वच्छता से संबंधित नारे लगवाए गए। महाविद्यालय परिसर को प्लास्टिक का उपयोग न करने पर स्वयं सेवकों ने समस्त छात्रों को जागरूक कराया तथा यह भी संदेश दिया कि प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करें, जिससे स्वच्छता का वातावरण बना रहे।