मालगाडिय़ों के बीच फंसी यात्री ट्रेनें

रेलवे अधिकारियों की मनमानी से परेशान आम जनता,सरकार पर कर रही दोषारोपण
उमरिया। बिलासपुर-कटनी रेलवे ट्रैक पर मालगाडिय़ों का दबाव दुगना हो जाने के कारण यात्री ट्रेनों को जबरन लेट किया जा रहा है। इस ट्रैक से गुजरने वाली कोई भी ट्रेन समय पर नहीं चल रही है और परेशान जनता केन्द्र सरकार को कोस रही है। गुरूवार को इस ट्रैक से गुजरने वाली कोई भी ट्रेन समय पर नहीं निकाली गई। चाहे वह नर्मदा एक्सप्रेस हो, मेमू ट्रेन हो, जबलपुर-अंबिकापुर इंटरसिटी हो या फिर भोपाल बिलासपुर हो। आम लोगों को यह लगता है कि मालगाडिय़ों की भरमार केन्द्र सरकार के इशारे पर हुई है। स्टेशन पर बैठे याित्रयों से रेलवे के अधिकारी भी यही कहते हैं कि सब कुछ सरकार के इशारे पर हो रहा है।
मालगाडिय़ों की कतार
शहडोल से लेकर उमरिया तक हर रेलवे स्टेशन मे मालगाडिय़ों की कतार लगी हुई है। एक साथ पांच-छह मालगाडिय़ों को निकाला जाता है तब कहीं जाकर यात्री ट्रेन को एक दो स्टेशनों तक छोड़ा जाता है। जिन स्टेशनों पर ट्रेनों का स्टापेज नहीं है वहां भी उन्हें सिर्फ इसलिए रोका जा रहा है क्योंकि उसके आग-आगे माल गाड़ी चल रही होती है। यात्री गाडिय़ों को न सिर्फ रेलवे स्टेशनों पर बल्कि स्टेशन से पहले आउटर पर और उससे भी पहले आईबी पर भी रोका जा रहा है। साधारण मालगाडिय़ों के अलावा लॉंग हाल भी निकाला जा रहा है जो एक सामान्य माल गाड़ी से दुगनी होती है।
बंद हैं जरूरी ट्रेनें
उमरिया की कई जरूरी ट्रेनें पिछले तीन साल से ज्यादा समय से बंद है जिन्हें चालू नहीं किय जा रहा है। चिरमिरी-कटनी शटल ट्रेन को तीन साल पहले बंद किया गया था लेकिन उसे अभी तक चालू नहीं किया जा रहा है। इससे रोज आने-जाने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शटल ट्रेन को चलाने की मांग कई बार की जा चुकी है लेकिन इस दिशा मे आज तक ध्यान नहीं दिया गया। इसके अलावा चंदिया-चिरमिरी ट्रेन को भी शुरू करने की मांग उठाई गई। इस संबंध मे कई बार ज्ञापन सौंपा जा चुका है लेकिन इसका कोई असर आज तक दिखाई नहीं पड़ा।
उपेक्षित है जिला
उमरिया के कई स्टेशनों मे तो अभी भी ट्रेनों का स्टॉपेज शुरू नहीं किया गया है। चंदिया रेलवे स्टेशन मे किसी भी एक्सप्रेस ट्रेन का स्टॉपेज नहीं दिया गया है। न तो अमरकंटक एक्सप्रेस यहां रोकी जा रही है और न ही सारनाथ एक्सप्रेस को यहां रोक रहे हैं। बिलासपुर-रीवा, अंबिकापुर-जबलपुर एक्सप्रेस का ठहराव भी यहां नहीं किया गया है। यहां तक कि भोपाल-बिलासपुर ट्रेन का स्टॉपेज भी यहां बंद कर दिया गया है। सिर्फ एक ट्रेन यहां रूक रही है और वह है कटनी-बिलासपुर मेमू ट्रेन जिससे कोई बहुत ज्यादा फायदा यहां के लोगों को नहीं मिल रहा है। बिरसिंहपुर पाली, नौरोजाबाद की भी यही समस्या है।

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