बांधवभूमि, उमरिया
गर्मी मे पानी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्टाप डेम मे पानी रोका गया और उसका पूरा उपयोग भी किया। उमरिया जिले के ग्राम पंचायत पठारी और अमिलिहा मे महिला और पुरूषों ने ऐसे ही काम करके दिखाएं हैं जिनकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। ग्राम पंचायत पठारी मे महिलाओं ने स्थानीय संसाधनों को जुटाकर नाले मे पानी रोक दिया। ग्राम पंचायत पठारी मे महिलाओं द्वारा किया गया यह काम इन दिनों चर्चा में है। गांव की गीता बाई ने बताया कि सिंचाई का साधन नहीं होने के कारण सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। यही कारण है कि हम महिलाओं ने यह विचार किया कि नाले मे पानी रोका जाए तो रबी की फसल के लिए सिंचाई हो सकेगी। यह तय करने के बाद जब हम महिलाओं ने काम करना शुरू किया तो गांव की कई अन्य महिलाएं भी हमारे साथ आ गई जिससे नाले को बांधना आसान हो गया। गीता बाई ने बताया कि नाले को बांधन के लिए हमारे पास कोई खास संसाधन नहीं थे। इसलिए पहले तो विचार किया कि यह काम कैसे होगा और जब बात समझ मे आई तो काम शुरू कर दिया गया। हमने लकडिय़ों को कड़ी की तरह इस्तेमाल किया और उसे नाले मे लगाकर बीच-बीच मे मिट्टी भर दी। इस तरह नाले मे पानी रूकने लगा और सिंचाई के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था हो गई। एक स्थान पर जब ऐसा किया गया तो अन्य स्थानों पर भी महिलाओं ने नाले को बांध दिया। महिलाओं का कहना है कि नाले मे पानी रोकने के लिए उन्हें कोई लागत नहीं लगानी पड़ी। बस श्रमदान करने से ही काम हो गया और नाले मे पर्याप्त मात्रा मे पानी रूकने लगा। महिलाओं ने बताया कि बांध मे पहले कड़ी शटर लगी थी जो चोरी हो गई जिसके कारण पानी नहीं रूकता था। पानी रोकने के लिए कड़ी शटर जरूरी थे लेकिन इसकी व्यवस्था नहीं होने पर बांध बना दिया गया जिससे अब सिंचाई हो सकेगी।
महिलाओं ने खेती के लिए स्टाप डेम मे रोका पानी और किया पूरा उपयोग
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