मुख्यमंत्री ने फूंका चुनावी बिगुल
कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र, कई लोगों ने ली भाजपा की सदस्यता
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिले मे चुनावी बिगुल फूंक दिया है। कल रविवार को उमरिया प्रवास के दौरान पार्टी के जिला मुख्यालय मे आयोजित बैठक मे सीएम ने भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद किया और उन्हे लोकसभा चुनाव मे पार्टी की जीत का मंत्र दिया। इससे पूर्व शहडोल संसदीय क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी श्रीमती हिमाद्री सिंह, राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल, संगठन महामंत्री शरदेंदु तिवारी, जिलाध्यक्ष दिलीप पाण्डेय, पूर्व मंत्री एवं मानपुर विधायक सुश्री मीना सिंह, बांधवगढ़ विस क्षेत्र के विधायक शिवनारायण सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अनुजा पटेल, उपाध्यक्ष ओम नारायण सिंह, मिथलेश पयासी, आसुतोष अग्रवाल, दीपक छतवानी समेत बड़ी संख्या मे भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने डॉ. यादव का आत्मीय स्वागत किया।
कायकर्ताओं ने दिया जीत का आश्वासन
बैठक के दौरान अपने उद्बोधन मे सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा के अपने दस वर्षो के कार्यकाल मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को विश्व मे एक नई पहचान दिलाई है। उनके नेतृत्व मे देश ने हर क्षेत्र मे उन्नति का कीर्तिमान हासिंल किया है। विकास का यह क्रम आगे भी जारी रहे, इसके लिये एक बार फिर मोदी सरकार, चार सौ पार का संकल्प लेकर चुनाव मे जाना होगा। जिसके उत्तर मे वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी को लाखों मतों से विजयी बनाने के लिये मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया।
कमलनाथ, केजरीवाल को घेरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कार्यकर्ता संगठन के लिये महत्वपूर्ण है। जिले के सभी पदाधिकारी.केन्द्र और राज्य सरकार के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों और योजनाओं को जनता तक पहुचायें। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार तो उनका गढ़ ही गड़बड़ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर कहा कि जो भी देश की जनता के सांथ धोखाधड़ी करेगा, उसका यही हश्र होगा।
रेत कारोबारी मून सिंह बने भाजपाई
भाजपा के जिला कार्यालय मे जिला कांग्रेस कमेटी अनूपपुर के पूर्व अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल सहित कई नेताओं ने मुख्यमंत्री के हाथों पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर जिले के रेत कारोबारी मून सिंह ने सपत्नीक भगवा धारण कर लिया। उल्लेखनीय है कि जनपद अध्यक्ष पति मून सिंह लंबे समय से खुद को कभी कांग्रेसी तो कभी भाजपाई बताते रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस की सरकार बनने की उम्मीद मे उन्होने भाजपा से दूरी बना ली थी। हलांकि मून सिंह के पुरजोर विरोध के बावजूद उनके वार्ड मे भाजपा को अच्छी-खासी बढ़त मिली थी। राज्य मे भाजपा के सत्तासीन होने के बाद से वे काफी परेशान थे। हलांकि अब वे भाजपा मे शामिल हो गये हैं, परंतु इस बार पार्टी का भरोसा जीतना उनके लिये आसान नहीं होगा।