पहली बार देश के 18 यूट्यूब चैनलों पर भी लगा बैन; 4 पाकिस्तानी न्यूज चैनल भी शामिल
नई दिल्ली। भारत सरकार ने पाकिस्तान पर एक बार फिर डिजिटल स्ट्राइक की है। आईबी मिनिस्ट्री ने मंगलवार को 22 यू-ट्यूब चैनल्स को ब्लॉक कर दिया। इनमें 4 पाकिस्तान बेस्ड यू-ट्यूब न्यूज चैनल हैं। इनमें दुनिया मेरे आगे, गुलाम नबी मदनी, हकीकत टीवी, हकीकत टीवी 2.0 शामिल हैं। ये सभी नेटवर्क झूठी खबरें फैलाकर भारतीयों को गुमराह करने के मकसद से चलाए जा रहे थे।इनके अलावा 3 ट्विटर अकाउंट, एक फेसबुक अकाउंट और एक न्यूज वेबसाइट को भी ब्लॉक किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि ये चैनल भारत की सिक्योरिटी, पब्लिक ऑर्डर और फॉरेन रिलेशन के बारे में दुष्प्रचार कर रहे थे। बता दें कि आईटी नियम, 2021 के तहत पहली बार 18 भारतीय यूट्यूब समाचार चैनल ब्लॉक किए गए हैं।
फरवरी में 35 यूट्यूब चैनल हुए थे ब्लॉक
इससे पहले फरवरी में सरकार ने 35 यूट्यूब चैनल, 2 ट्विटर अकाउंट, 2 इंस्टाग्राम अकाउंट, 2 वेबसाइट और एक फेसबुक अकाउंट ब्लॉक कर दिया था। यह कार्रवाई IT नियमों के तहत की गई है। ये सभी अकाउंट पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे थे।
इससे पहले फरवरी में सरकार ने 35 यूट्यूब चैनल, 2 ट्विटर अकाउंट, 2 इंस्टाग्राम अकाउंट, 2 वेबसाइट और एक फेसबुक अकाउंट ब्लॉक कर दिया था। यह कार्रवाई IT नियमों के तहत की गई है। ये सभी अकाउंट पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे थे।
दिसंबर 2021 में 20 यूट्यूब चैनल किए थे ब्लॉक
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर 20 यूट्यूब चैनल और दो वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया था। वजह- वे भारत विरोधी दुष्प्रचार और फर्जी खबरें फैला रहे थे। मंत्रालय ने दिसंबर में एक बयान में कहा था कि ये यूट्यूब चैनल और वेबसाइट पाकिस्तान से चलने वाले नेटवर्क से जुड़े हैं।दिसंबर में ब्लॉक किए गए ट्विटर अकाउंट से CDS जनरल बिपिन रावत के निधन से जुड़ी गुमराह करने वाली जानकारियां दी जा रही थीं।जिन वेबसाइट्स और चैनल्स पर रोक लगाई गई थी, वे भारत में कश्मीर, भारतीय सेना, जनरल बिपिन रावत, राम मंदिर और अल्पसंख्यक समुदायों के विषय में झूठी खबरें चला रहे थे। केंद्र सरकार ने कार्रवाई के साथ ही इन चैनल्स की एक लिस्ट भी जारी की थी।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर 20 यूट्यूब चैनल और दो वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दिया था। वजह- वे भारत विरोधी दुष्प्रचार और फर्जी खबरें फैला रहे थे। मंत्रालय ने दिसंबर में एक बयान में कहा था कि ये यूट्यूब चैनल और वेबसाइट पाकिस्तान से चलने वाले नेटवर्क से जुड़े हैं।दिसंबर में ब्लॉक किए गए ट्विटर अकाउंट से CDS जनरल बिपिन रावत के निधन से जुड़ी गुमराह करने वाली जानकारियां दी जा रही थीं।जिन वेबसाइट्स और चैनल्स पर रोक लगाई गई थी, वे भारत में कश्मीर, भारतीय सेना, जनरल बिपिन रावत, राम मंदिर और अल्पसंख्यक समुदायों के विषय में झूठी खबरें चला रहे थे। केंद्र सरकार ने कार्रवाई के साथ ही इन चैनल्स की एक लिस्ट भी जारी की थी।
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