भुट्टा दूषित था, इसलिये बीमार हुए बच्चे
बेतुके तर्क के सांथ विभाग ने बंद किया लालपुर छात्रावास की घटना का अध्याय
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
जिला मुख्यालय के लालपुर स्थित सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास का मामला संभवत: बिना जांच किये ही सुलझा लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक विभागीय अधिकारियों ने अनौपचारिक चर्चा मे बताया है कि तीजा की छुट्टी मे घर गये बच्चे वहां से भुट्टे लेकर आये थे, जिसे खाने के कारण वे बीमार हो गये। दरअसल सोमवार की सुबह उक्त छात्रावास के कई बच्चो की तबियत अचानक बिगड गई। उन्हे घबराहट, बेचैनी के सांथ मितलियां आने की शिकायत थी। जिसके बाद वहां हडकंप मच गया और छात्रावास के अधिकारी भाग कर आनन-फानन मे उन्हे जिला अस्पताल ले आये, जहां उनका उपचार शुुरू किया गया। इसी तत्परता की वजह से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, परंतु यह प्रश्न अभी अनुत्तरित है कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों निर्मित हुई। यदि विभागीय अधिकारियों की बात भी मानी जाय, तो तीजा पर लाया गया भुट्टा कहां पका, और क्या सभी छात्रों ने उसका एक ही समय पर सेवन कर लिया। फिर जिस मोटे अनाज को सरकार पौष्टिक बताते हुए पूरी ताकत से प्रमोट कर रही है, क्या उसके साईड इफेक्ट भी हैं, तभी तो भुट्टा खाते ही छात्र बीमार पड गये।
भोजन मे गिरी थी छिपकली
सूत्रों का दावा है कि बच्चों को अस्पताल लाये जाने के समय छात्रावास की वार्डन ने डाक्टरों से भोजन मे छिपकली गिरने की बात बताई थी। सभी का मानना है यह घटना बेहद गंभीर है। जिम्मेदार अधिकारियों को लीपापोती की बजाय इसकी सूक्ष्मता से जांच करानी चाहिये, ताकि दोबारा इस तरह की पुनरावृत्ति न हो। सांथ ही इससे सीख लेकर जिले के सभी छात्रावासों मे विशेष सतकर्ता बरती जाय।
प्रशासन ने ली राहत की सांस
त्वरित उपचार के कारण सभी बच्चों की स्थिति सामान्य होने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है। जिला शिक्षा केन्द्र के डीपीसी ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास लालपुर के 24 बच्चे हल्का पेट दर्द होने की वजह से जिला अस्पताल मे भर्ती कराये गए थे। इलाज के बाद जल्दी ही सभी बच्चों की हालत ठीक हो गई। करीब 2 घंटे बाद उन्हे डिस्चार्ज कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक फुड प्वाइजनिंग के कारण जिन बच्चों का स्वास्थ्य खराब हुआ उनमे हरेंद्र सिंह, सोनू सिंह, सचिन सिंह, ज्ञान सिंह, वीर शाह, चन्द्रशेखर सिंह, बसन्त लाल प्रजापति, विपिन सिंह, आदर्श सिंह, प्रदीप सिंह, ओमप्रकाश सिंह, कृष्ण कुमार प्रजापति, कृष्णा काछी, जिंगर बसोर, जितेंद्र सिंह, नीलेश बैगा, आशीष सिंह, दिवाकर सिंह, सुनील सिंह, गौर सिंह, लाल सिंह, सन्नी सिंह, शिव कुमार सिंह, योगेंद्र सिंह शामिल हैं। सभी छात्र 11 से 15 आयु वर्ग के बताये गये हैं।